अधिवक्ताओं पर दर्ज हुए मुकद्में के खिलाफ वकीलों ने की जमकर नारेबजी

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महराजगंज (रायबरेली)। मंगलवार को वादकारी के कार्य में टाल मटोल करने को लेकर अधिवक्ता व लेखपाल में हुई भिड़न्त के बाद दूसरे दिन भी तहसील परिसर में गहमा गहमी रही। एक ओर जहां अधिवक्ताओं ने लेखपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है तो वहीं लेखपाल ने भी तीन अधिवक्ताओं पर मुकद्मा दर्ज करा जंग छेड़ दी है।

अधिवक्ताओं पर मुकद्मा दर्ज होने के बाद वकीलों ने तहसील परिसर में हंगामा काटना शुरू कर दिया। मामले में अधिवक्ताओं का कहना है कि लेखपाल इन्द्रेश मौर्य का व्यहार हमेशा से ही विवास्पद रहा है जब तक लेखपाल के निलम्बन की कार्यवाही नही होती अधिवक्ताओ का आन्दोलन जारी रहेगा।

बताते चलें कि मंगलवार को लेखपाल इन्द्रेश मौर्य व अधिवक्ता राधेश्याम के बीच वादकारी के कार्य में हीलाहवाली करने को लेकर बहस छिड़ गयी। बहस इतनी बढ़ गयी कि मामला हाथापाई तक जा पहुंचा। जिसके बाद शोरगुल सुन पहुंचे अधिवक्ताओं ने बीच बराव किया। जिसके बाद आक्रोशित अधिवक्ता ने लेखपाल के खिलाफ हरिजन एक्ट सहित सम्बन्धित धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया तो वहीं बुधवार को लेखपाल इन्द्रेश ने तीन अधिवक्ता राधेश्याम, अतुल पाण्डेय व मोहन त्रिवेदी पर सराकरी कार्य में बाधा, मारपीट , दस्तावेज फाड़ने आदि सम्बन्धित धाराओं में मुकद्मा दर्ज करा दिया। अधिवक्ताओं पर दर्ज हुए मुकद्में की जानकारी होते ही वकीलों में आक्रोश व्याप्त हो गया और अधिवक्ताओं ने पूरे तहसील परिसर में घूम घूक कर नारेबाजी की और लेखपाल इन्द्रेश मौर्य के निलम्बन की मांग की। मामले में उपजिलाधिकारी ने अधिवक्ताओं के प्रतिनिधि मण्डल को बुलाकर वार्ता की जो बेनतीजा रही। फिलहाल मामला दोनो ही पक्षों से शान्त होता नही दिख रहा है।

अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट

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