आपातकाल जैसा महौल पैदा कर रही है योगी सरकार: यादव

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  • भारत बंद के समर्थन में सपा ने किया प्रदर्शन, भेजा गवर्नर को ज्ञापन
    रायबरेली। भारत बंद के समर्थन में सपा जिलाध्यक्ष राम बहादुर यादव की अगुवाई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। सपाईयों ने प्रदर्शन के बाद महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। सपा जिलाध्यक्ष राम बहादुर यादव ने कहा कि आरएसएस के तहत जातिवाद एवं साम्प्रदायिकता के कारण समाज को तोड़ने वाली विचारधारा से यूपी सरकार आपातकाल जैसा महौल पैदा कर रही है। संविधान के साथ प्रतिदिन हमले हो रहे हैं। गरीब, कमजोर मजदूर दलित, पिछड़े एवं अल्पसंख्यकों के साथ घोर अन्याय व अत्याचार हो रहे हंै। मेहनतकश किसानों के साथ धोखा व सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। प्रदेश में चैतरफा महिलाओं, बहन, बेटियों के साथ दुष्कर्म तथा हत्याओं की घटनाओं की बाढ़ आ गयी है। जिला महासचिव मो. इलियास ने कहा कि ‘बेटी बचाओ’ का नारा देने वाली भाजपा सरकार इन घटनाओं को रोकने में विफल है। लोकतंत्र के चैथे स्तम्भ मीडिया की स्वंतत्र आवाज को भी कुचलने का प्रयास किया जा रहा है। किसान-मजदूर नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। समाजवादी पार्टी की सरकार के समय जिन बेरोजगारों को रोजगार मिला था उनसे छीना जा रहा है। रोजगार की मांग करने पर लाठी गोली का शिकार होना पड़ रहा है। फसलों का मूल्य मांगने के लिये शंातिपूर्ण प्रर्दशन करने वाले किसानों को लाठियां खाना पड़ रहा है। पूर्व सपा जिलाध्यक्ष आरपी यादव ने कहा कि महंगाई से आम आदमी का जीना दूभर हो गया हैं। सैकड़ों किसान-नौजवान आत्महत्या कर चुके हैं। सत्ता के नशे में भाजपा सरकार संवेदन शून्य हो गई है। ध्वस्त कानून व्यवस्था पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं मा. उच्च न्यायालय की टिप्पणी करनी पड़ रही है। सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष व समाजवादी नेता ओपी यादव ने सरकार से मांग की है कि पेट्रोल डीजल पर जीएसटी लगू कर इनकी कीमतों को नियन्त्रित किया जाय। डीजल-पेट्रोल की कीमतें बढ़ने से भाड़ा बढ़ता है, जिसके परिणामस्वरूप सामान मंहगे हो जाते हैं। ज्ञापन में डीजल एवं पेट्रोल में बेतहाशा वृद्धि को वापस लेने, ध्वस्त कानून व्यवस्था, किसानों के गन्ना बकाया, कर्ज माफी, मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत बिचैलियों द्वारा किए जा रहे किसानों के शोषण, बेतहासा फीस वृद्धि एवं छात्र उत्पीडन रोकने सहित 18 सूत्रीय मांगें शामिल रहीं। इस मौके पर रामे यादव, चन्द्राज पटेल, मो. साहिल, विनोद यादव, सुरेश पटेल, राकेश पटेल, शिवेन्द्र श्रीवास्तव, मो. सलीम, शिवकुमार गुप्ता, पारूल बाजपेयी, शुभम पाल, डाॅ. एमआई जावेद, उदय यादव, आशीष चैधरी, शिव मोहन, दिनेश यादव, कमलेश यादव, क्षितिज सिंह, इमरान खान, अमर बहादुर सिंह, अमरेश मौर्य, जितेन्द्र मौर्य, नदीम कासिम, पिंटू यादव, अमर सिंह आदि मौजूद रहे।

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