और जब दिव्यांग बच्चो को बिना शिक्षक के अकेले ही जाना पड़ा बी आर सी

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महाराजगंज (रायबरेली)। कोतवाली क्षेत्र के अशरफाबाद प्राथमिक विद्यालय में मानक को ताक पर रख कर धज्जियां उड़ाई जा रही है सहायक अध्यापिका द्वारा बच्चों से विद्यालय में साफ सफाई का काम कराया जा रहा है,जानकारी के मुताबिक जिस उम्र में नौनिहाल कॉपी किताब और पेन पकड़ते हैं वहीं सहायक अध्यापिका स्वाति मिश्रा द्वारा बच्चों को शिक्षा ना देकर फावड़ा पकड़ा दिया और पूरे विद्यालय परिसर की साफ सफाई करवाई शासन द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए पुरस्कार वितरण समारोह समारोह रखा गया था लेकिन सहायक अध्यापिका द्वारा बच्चों को स्वयं भेज दिया गया और वहां से केवल चाऊमीन खिला कर उन्हें वापस घर भेज दिया गया किसी बच्चे को ना कोई रबड़ मिला ना पेंसिल मिली ना कटर मिला दिव्यांगों के साथ जिस तरह अमानवीय व्यवहार किया गया सहायक अध्यापिका से पूछने पर उन्होंने बताया कि इस विषय में मुझको कोई जानकारी नहीं है जिस बच्चे को जाना हो जाए जिस बच्चे को ना जाना हो बैठे प्राथमिक विद्यालय से 2 विकलांग बच्चे बीआरसी भेजे गए लेकिन उनको किसी भी तरह का कोई भी पुरस्कार और सम्मान नहीं मिला शासन ने आदेश कर रखा था कि विद्यालय के शिक्षक बच्चों को लेकर के बीआरसी जाएंगे लेकिन शिक्षिका महोदया ने शासन के मानक को ताक पर रखकर विद्यालय के बच्चों को स्वयं जाने पर मजबूर कर दिया।

अशोक यादव रिपोर्ट

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