करोडों की लागत से बनाई गई पानी की टंकियां चिढ़ा रही मुंह

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टंकियां संचालित हुए बिना गायब हो गए जनरेटर और पाइप

शिवगढ़ (रायबरेली)। क्षेत्र में स्थित गूढ़ा ग्राम पंचायत में एक दशक पूर्व स्वच्छ पेयजल योजना के तहत करोड़ों की लागत से बनाई गई पानी की टंकियां मुंह चिढ़ाती नजर आ रही हैं। विदित हो कि ग्राम पंचायत गूढ़ा में गूढ़ा कस्बा, जोरावर खेड़ा, चुन्नी लाल खेड़ा व झमई खेड़ा में एक-एक सहित कुल पांच पानी की टंकियों का निर्माण कराया गया था। प्रत्येक टंकी में विद्युत कनेक्शन के साथ ही एक-एक जरनेटर व समूचे गांव में पाइप लाइन बिछाकर घर-घर टोटियां लगाकर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारी तादात में पाइपें आयी थी। किंतु विडंबना है कि भ्रष्टाचार के चलते टंकियां संचालित हुए बिना ही जनरेटर और पाइपें गायब हो गई। टंकियों को संचालित करने के लिए ग्रामीणों ने कई बार उच्चाधिकारियों से मांग की किंतु नतीजा शून्य रहा। ग्रामीणों ने मामले की जांच कराकर टंकियों को सुचारू रूप से संचालित करने के साथ ही जनरेटर और पाइपें गायब करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि ग्रामीणों की शिकायत पर शासन-प्रशासन कोई एक्शन लेगा या हर बार की तरह इस बार भी शिकायत कर्ताओं को मायूसी हाथ लगती है। ग्रामीण पंकज वर्मा ने बताया कि पूरे गांव का पानी खारा है। ग्रामीण दूषित फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर हैं। सरकार द्वारा करोड़ों रुपए बहाए जाने के बावजूद भ्रष्टाचारियों की काली करतूतों की वजह से ग्रामीणों को एक बूंद पानी नसीब नहीं हो सका। पंकज का कहना है कि यदि मामले की जांच कराकर टंकियों को सुचारू रूप से चालू न किया गया तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री करेंगे।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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