चुनाव आयोग: पाँच राज्यों में नवंबर और दिसंबर में विधानसभा चुनाव

91

भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीख़ों का ऐलान कर दिया है.

शनिवार को प्रेस कॉन्फ़्रेस कर ओ पी रावत ने कहा कि “आज से ही चारों राज्यों में चुनाव की आचार संहिता लागू हो जायेगी. सभी राज्यों के चुनाव के नतीजे साथ घोषित किये जाएंगे. इसे लेकर चुनाव आयोग की तैयारी पूरी हो चुकी है.”

चुनाव आयोग के अनुसार छत्तीसगढ़ में दो चरण में चुनाव होगा. नक्सल प्रभावित दक्षिणी छत्तीसगढ़ की 18 विधानसभा सीटों पर चुनाव का नोटिफ़िकेशन 16 अक्टूबर को जारी किया जाएगा.

यहाँ नामांकन की आख़िरी तारीख़ 23 अक्टूबर तय की गई है और मतदान 12 नवंबर को होगा.

वहीं दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ की बाकी 72 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा.

छत्तीसगढ़ चुनाव के दूसरे चरण में नोटिफ़िकेशन की तारीख़ 26 अक्टूबर है और नामांकन की आख़िरी तारीख़ है 2 नवंबर.

मतदान और गणना

मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने कहा कि छत्तीसगढ़ को छोड़कर अन्य सभी राज्यों में एक ही चरण में चुनाव होगा.

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और मिज़ोरम में एकसाथ चुनाव होगा.

दोनों राज्यों में चुनाव का नोटिफ़िकेशन 2 नवंबर को जारी किया जाएगा. यहाँ नामांकन की आख़िरी तारीख़ होगी 9 नवंबर, जबकि मतदान 28 नवंबर को होगा.

इसके बाद राजस्थान और तेलंगाना में चुनाव का आयोजन होगा. दोनों राज्यों में 7 दिसंबर को मतदान कराया जाएगा.

चुनाव आयोग के अनुसार 11 दिसंबर को सभी राज्यों में एक साथ मतों की गणना होगी.

किस राज्य में कितनी सीट

छत्तीसगढ़ – 90 सीट
मध्य प्रदेश – 230 सीट
राजस्थान – 200 सीट
मिज़ोरम – 40 सीट

अटकलों का जवाब

चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीख़ों की घोषणा पहले शनिवार दोपहर 12 बजे की जानी थी.

लेकिन चुनाव आयोग ने अपने प्रेस कॉन्फ़्रेंस का वक़्त आख़िरी समय में बढ़ाकर तीन बजे कर दिया था.

इसे लेकर कांग्रेस के नेताओं ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजस्थान रैली को ध्यान में रखते हुए प्रेस कॉन्फ़्रेंस का वक़्त बढ़ाया है.

लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस के अंत में इसका भी जवाब दिया.

उन्होंने कहा, “कुछ नेता और राजनीतिक दर हर अवसर में राजनीति तलाशते हैं. ये गुण उनके पात्र में निहित है. लेकिन प्रेस कॉन्फ़्रेंस में देरी की असल वजह तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना के उपचुनाव हैं जिन्हें लेकर काफ़ी खींचतान की गई है.”

चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि कर्नाटक के बेल्लारी, शिमोगा और मांड्या में 3 नवंबर को उप-चुनाव होंगे.

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि इस बार एक विधानसभा में किसी भी एक मतदाता केंद्र पर वीवीपीएटी मशीन लगी होगी. साथ ही दृष्टिहीन मतदाताओं के लिए पहली बार ब्रेल में वोटर पर्चियाँ भी होंगी.

Previous articleयूपी के इस स्कूल में है भारत माता की जय बोलने पर पाबंदी, प्रशासन ने दिये जांच के आदेश
Next articleपाकिस्तान सरकार ने अंतरराष्ट्रीय एनजीओ को देश छोड़ कर जाने को कहा