एसटीएफ के छापे में करोड़ो की कीमत की नकली शराब व फैक्ट्री का भंडाफोड़

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लगभग 5 करोड़ की अवैध शराब बरामद

रायबरेली। जहरीली शराब की दो फैक्ट्रियों का भंडाफोड़। एसटीएफ व पुलिस ने किया भंडाफोड़। लगभग 5 करोड़ की कीमत की 5 हजार 750 लीटर स्प्रिंड, भारी संख्या में बोतले व नकली स्टीकर के साथ 7 लोगो को किया गया गिरफ्तार। भदोखर थाना क्षेत्र के मनेहरु स्थित पालेसर चौराहा व सराय मोहम्मद शरीफ गाँव मे चल रही थी अवैध शराब की फैक्ट्री।

उत्तर प्रदेश सरकार शराब बनाने वालों के खिलाफ सख्त है।लेकिन सख्ती सिर्फ कागजों पर हो रही है।आज रायबरेली जिले में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ एसटीएफ व पुलिस की संयुक्त टीम ने किया है। छापेमारी के दौरान दो जगहों पर नकली शराब बनाने की फैक्ट्री मिली है।इन फ़ैक्टरियों से अनुमानित 5 करोड़ रुपये की मूल्य की स्प्रिट,भारी मात्रा में शराब की बोतल व स्टिकरो व साजोसामान के साथ सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।जानकारी मिली है कि नकली शराब बनाने का सामान जनपद कौशाम्बी से लाया जाता था।इस फैक्ट्री का भंडाफोड़ जनपद की पुलिस टीम व लखनऊ की एसटीएफ टीम ने भदोखर थाना क्षेत्र के शंकरगंज स्थिति पालिसर के पास से व एक अन्य स्थान में छापा मारकर दो नकली शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है।वहां पर टीम को भारी मात्रा में शराब बनाने के उपकरण सहित 5750 लीटर ड्रामों में स्प्रिट मिली है। जिसका बाजार मूल्य अनुमानित 5 करोड़ रुपये व शराब की शीशियां व स्टीकर बरामद हुये है।वही आबकारी निरीक्षक पुष्पेंद्र मिश्र की माने तो यह एक बड़ी कामयाबी है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह फैक्ट्री तुरन्त तो लगी नही।इसके पहले भदोखर थानेदार व हल्का सिपाहियों को क्या इसकी भनक नही लगी।वहीं कुछ लोगों की माने तो नकली शराब बनाने का धंधा क्षेत्र में काफी लंबे समय से चल रहा था।लखनऊ तक इसकी भनक हो जाती है किंतु पुराने थानेदार व हल्का प्रभारी को इसकी भनक नही हो पाती।क्या नए थानेदर के आने से यह सब हुआ या उनसे भी छिपाया गया था।

अनुज मौर्य / पवन मौर्या रिपोर्ट

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