डीएम ने बच्चों का टीकाकरण कराकर किया अभियान का शुभारम्भ

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इंसेफ्लाइटिस रोग के समूल उन्मूलन के लिए सरकार प्रतिबद्ध : डीएम

रायबरेली। जेई अभियान एवं पल्स पोलियो की जनपद स्तरीय टास्फोर्स की बैठक तथा नियमित टीकाकरण निर्णय लिया गया था। जनपद में जेई अभियान 25 फरवरी से आठ मार्च तक चलाया जायेगा एवं 10 मार्च 2019 से पल्स पोलियो एनआईडी अभियान चलाया जाना है। उन्होंने कहा कि अभियान में जनपद में कोई भी पात्र बच्चा न छुटे किसी भी दशा में अभियान को सफल बनाने के लिए बेहतर माईक्रों प्लान तैयार कर उनके अनुरूप अभियान चलाये।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने अपनी देख-रेख में जिला अस्पताल में प्रदेष सरकार द्वारा इंसेफेलाइटिस, मस्तिष्क ज्वर, नवकी बुखार से बचाव व प्रभावी रोकथाम के लिए पूरे प्रदेष में 25 फरवरी से आठ मार्च तक विषेष टीकाकरण का एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। सरकार इंसेफ्लाइटिस रोग के समूलउन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है। विषेष वृहद टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जनपद में विषेष वृहद टीकाकरण छुटे हुए बच्चों के लिए अभियान की शुरूआत जिलाधिकारी नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने जिला में जेई विशेष टीकाकरण अभियान पर आयोजित कार्यक्रम में चार बच्चें को अपने सम्मुख जापानी इंसेफ्लाइटिस वैक्सीन का इंजेक्षन प्रत्येक बच्चे को लगवाकर कार्यक्रम का जनपद में शुभारंभ किया। लक्ष्मी नीति शुक्ला, इनायत जिन्होंने टीकाकरण कराया उनके अभिभावकों को प्रशस्त्रि पत्र भी दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि दिमागी बुखार जैपेनीज इंसेफ्लाइटिस/एक्यूर इंसेफ्लाइटिस सिन्ड्रोम मच्छर के काटने एवं दूषित पेयजल के कारण होता है, जो एक खतरनाक बीमारी है। अगर बच्चे को तेज बुखार, सरदर्द, उल्टी एवं जी मिचलाये तो सावधान हो जाना चाहिए, सम्भवतः यह बीमारी दिमागी बुखार हो सकता है। इसकी जागरूकता आमजन को प्रभावी तरीके से दी जाये। विषेष टीकाकरण कार्यक्रम का उद्देष्य मस्तिष्क ज्वर, नवकी बुखार, जापानी बुखार से बचाव हेतु एक वर्ष से 15 वर्ष तक के बच्चों को विषेष टीकाकरण के तहत विषेष वैक्सीन का टीकाकरण कराना है। विभिन्न गतिविधियों को दूरदराज के जन समुदाय तक पहुंचाकर उसके ज्ञान व जागरूकता के स्तर को विकसित कर पहुंचाना है। डीएम ने सीएमओ सहित सभी एमओआईसी को निर्देष देते हुए कहा कि सरकार द्वारा चलाये जा रहे वृहद टीकाकरण अभियान को सफल बनाये। इसके अलावा अभियान के तहत निःषुल्क जापानी इंसेफ्लाइटिस की उपलब्ध वैक्सीन का टीका लगाये। जनपद में जापानी इंसेफेलाइटिस के लिए वैक्सीन उपलब्ध है लेकिन एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम एईएस रोकथाम के लिए कोई टीका नही बना है और इस बीमारी से केवल साफ सफाई रखकर बचा जा सकता है।

जापानी बुखार की भयावता को समझे पर जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. डीके सिंह, ने कहा कि मस्तिष्क ज्वर, नवकी बुखार, जेई जापानी बी वाइरस से होता हैं। दिमागी बुखार के लक्षण संक्रमित मच्छर के काटने के छह से आठ दिनो के बाद दिखाई देते है। इसमें सरदर्द, बुखार, ठण्ड लगना, थकान, मितली एवं उल्टी प्रथम लक्षण है। द्वितीय में गले एवं शरीर की मांस पेषियो में अकड़न, निर्जलीकरण, चेहरे पर कठोरता, असमान्य तरीके से चलना तथा तृतीय चरण के लक्षणों में भारी आवाज, धीरे-धीरे बात करना, बोलने में परेषानी एवं लकवा हो सकता है। दिमागी बुखार से बचाव, मच्छर दानी का प्रयोग करे। घर के खिड़की दरवाजों को जाली से बन्द रखे। आसपास पानी इकट्ठा न होने दे। साफ पानी का उपयोग खाना बनाने व पीने में करे। अधिक जानकारी के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी, सभी एमओआईसी, गॉव की आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम, जल निगम, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग आदि से सम्पर्क कर किया जा सकता है।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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