मां की बेरुखी तो देखो, फेंक दिया कलेजे के टुकड़े को चलती ट्रेन की बोगी में

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रायबरेली। सभी चाहते है कि पढ़े बेटियां, बढ़े बेटियां… लेकिन अपने घर नही, पड़ोसी के घर।

वैसे दुनिया मे माता का स्थान तो सबसे ऊंचा माना जाता है। कहते है कि पुत्र कुपुत्र हो सकता है, किन्तु माता कुमाता नही हो सकती है। अब इस कलयुग में कौन समझाए ऐसी माताओं को जो अपने नन्ही दुधमुंही बच्ची को चलती ट्रेन की बोगी में छोड़ दिया। वह कुमाता ही थी, जिसने अपने एक दिन की बच्ची को जनरल बोगी में छोड़ दिया।

जी हां! मामला रायबरेली रेलवे स्टेशन का है, जहां दोपहर में पंजाब मेल (13005)की जनरल बोगी में एक नवजात बच्ची मिलने की सूचना जीआरपी को मिली। तत्काल सूचना पर पहुँची जीआरपी रायबरेली ने नवजात को कब्जे में लेते हुए जिला अस्पताल में दाखिल करवाया। जहां बच्ची का इलाज चल रहा है व खतरे से बाहर है।

जब इस नवजात बच्ची मिलने की सूचना लोगों को हुई तो हर तरफ उस मां को कोसने लगे।

अनुज मौर्य/पवन मौर्य रिपोर्ट

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