रामजानकी मंदिर मामले में आया पूर्व विधायक का नाम

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Raebareli News: रामजानकी मंदिर

बढ़ी राइस मिलर की मुश्किलें, कस सकता है कानून का शिकंजा

रायबरेली। महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत स्थित राम जानकी रामशंकर दयाल समिति के अध्यक्ष रामशंकर दयाल की हत्या का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है। मृतक की पत्नी की ओर से एक ऐसे प्रार्थना पत्र को सार्वजनिक किया गया है जिसमें स्वयं शंकर दयाल ने कलक्टर से मिलकर अपनी हत्या की आशंका जताई थी। उन्होंने इस पत्र में अपने भतीजे व राइस मिलर जगदीप और पूर्व विधायक राजाराम त्यागी से खतरे की आशंका व्यक्त की है। इस प्रकरण में पूर्व विधायक का नाम आ जाने हडकंप मच गया है। हालांकि पूर्व विधायक का साफ कहना है कि उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। इसके बाद राइस मिलर पर कानून का शिकंजा और कस सकता है।
स्व. रामशंकर दयाल ने 07.10.2002 डीएम को दिये गये शिकायती प्रार्थना पत्र में लिखा था कि उसने अपनी आमदनी एवं जमीन पर रामजानकी मन्दिर बनाकर रजिस्टर्ड समिति बना दिया है, जिसका अध्यक्ष आजीवन प्रार्थी है। तथा मन्दिर में सुरक्षा के लिए भविष्य में अध्यक्ष बदलने का भी अधिकार है, जिसको अपने भतीजों के प्राधिकृत कर दिया। मेरे भतीजों में जगदीप पुत्र अंजनी कुमार सदस्य हैं। प्रार्थी राम जानकी मन्दिर की देखभाल करने के लिए अभी कोई अध्यक्ष नहीं बनाया है। प्रार्थी अपनी सोसाइटी का रिन्यूवल के लिए प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत कर दिया है, जिसमें अपने नाती रिंकू पुत्र भगवत सिंह निवासी ग्राम जैदपुर, मो. बांध, जिला बाराबंकी को नया सदस्य बना दिया है, जिसकी वजह से जगदीप को भ्रम पैदा हो गया है कि प्रार्थी उन्हें राम जानकी मन्दिर का अध्यक्ष नहीं बनायेगा, इसलिए प्रार्थी को जगदीप से जान व माल का खतरा पैदा हो गया है। जगदीप के पूर्व विधायक राजाराम त्यागी से अच्छे संबंध है। प्रार्थी को गुप्त सूचना मिली है कि जगदीप स्थानीय पुलिस को मिलाकर मुझे किसी न किसी जुर्म में बंद करवाकर बेइज्जत करवा देंगे। इसी के बाद 26 दिसम्बर 2002 को संदिग्ध परिस्थियों में रामशंकर दयाल की मौत हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर खाने से मौत होने की आशंका व्यक्त की गई है। मृतक की पत्नी ने मुकदमा दर्ज कराने का बहुत प्रयास किया लेकिन उसकी नहीं सुनी गई। मामले में 16 साल बाद कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता ओपी यादव ने कहा है कि यदि पुलिस व जिला प्रशासन सक्रिय होता तो हत्या न होती, हत्या के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है। श्री यादव ने हत्यारों को शीघ्र गिर तार किये जाने की मांग की है।

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