सरकारी तंत्र ने ली फिर एक शिक्षामित्र की जान

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कई महीनों से नहीं मिला था वेतन जिम्मेदारियो के बोझ से दबा था शिक्षामित्र, शिक्षकों में शोक की लहर

रायबरेली। सरकार की ढुलमुल नीति के चलते लम्बे समय से चल रहे शिक्षामित्रों के समायोजन को लेकर उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में शिवगढ़ थाना क्षेत्र के पड़रिया गांव में हार्ट अटैक से 45 वर्षीय शिक्षामित्र रामबरन सिंह पुत्र देवराज सिंह का निधन हो गया।

जिनकी मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया मृतक की पत्नी सीमा सिंह ,पुत्र अंबिका सिंह (21), पुत्री शिवानी (19) मां निर्मला पिता देवराज सिंह का रो-रोकर बुरा हाल है। बताते हैं कि रामबरन सिंह शाम को खाना खा कर लेटे थे। और सुबह तकरीबन 5 बजे शौंच से वापस लौटने के पश्चात पुनः रजाई ओढ़ कर बिस्तर पर लेट गए। सुबह आहट ना मिलने पर परिजनों ने देखा तो रामबरन सिंह बेहोश थे।

परिजनों द्वारा आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवगढ़ लाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने रामबरन सिंह की हालत नाजुक देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिजन रामबरन सिंह की हालत बेहद नाजुक देखते हुए पहले सीएचसी बछरावां ले गए जहां पर डाक्टरों को ना पाकर आनन-फानन में उन्हें बछरावां स्थित निजी चिकित्सालय गए जहां पर डॉक्टरों ने परीक्षण के पश्चात उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिनकी की मौत की खबर गांव में कोहराम मच गया। परिजनों ने बताया कि समायोजन को लेकर हमेशा चिंता में डूबे रहते थे। रामबरन सिंह की मौत से उनकी पत्नी सीमा सिंह के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। कैसे होगा बच्चों का भरण पोषण ? कैसी होगी बच्चों की शिक्षा पूरी ? और किस तरह होगा बच्चों का विवाह।

शिक्षामित्र की मौत से शिवगढ़ क्षेत्र का समूचा शिक्षा जगत शोक में डूब गया है।
उपस्थित लोगों ने आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहां कि दुख की इस घड़ी में ईश्वर परिजनों को दुख सहन करने की क्षमता और शक्ति प्रदान करें।

अनुज मौर्य/मनीष श्रीवास्तव रिपोर्ट

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