हाईवे पर रखा केक फिर पिस्टल की गोली से उड़ाकर किया बर्थडे सेलिब्रेशन:मेरठ

138

एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें कुछ युवक सड़क पर खड़े दिख रहे हैं. एक केक साइड में रखा है जिस पर एक युवक गोलियां चलाता है और फिर इस तरह बर्थडे को हैप्पी बनाया जाता है.

मेरठ: एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें कुछ युवक सड़क पर खड़े दिख रहे हैं. एक केक साइड में रखा है जिस पर एक युवक गोलियां चलाता है और फिर इस तरह बर्थडे को हैप्पी बनाया जाता है. हालांकि पुलिस का कहना है कि वीडियो मेरठ का प्रतीत नहीं हो रहा है.

इस वीडियो में दिखाया गया है कि शाम के वक्त कुछ नौजवान एक केक को एक चौड़ी सी सड़क के किनारे रखते हैं. यह सड़क किसी हाईवे का किनारा जैसा नजर आता है. केक को फुटपाथ पर रखने के बाद थोड़ी दूर खड़े होकर एक नौजवान जेब से पिस्टल निकालता है और केक पर निशाना साधता है.

दोस्तों से ओके का साइन मिलने पर वह पहली गोली चलाता है. गोली ठीक जगह नहीं लग पाती. फिर वह दूसरी गोली चलाता है जो सीधे केक पर जा लगती है. इस तरह बर्थडे का सेलिब्रेशन किया जाता है.

गुंडागर्दी का प्रदर्शन करता हुआ यह वीडियो सोशल नेटवर्क पर तेजी से वायरल है. इस वीडियो को मेरठ पुलिस को भी शेयर किया गया था. लेकिन पुलिस ने अपने जवाब में इस वीडियो के मेरठ शहर के होने से इंकार कर दिया है. सवाल यह है कि अगर यह वीडियो मेरठ का नहीं है तो फिर यह लड़के कहां के हैं?

सोशल मीडिया पर असलहों के प्रदर्शन का शौक

नौजवानों में असलहा से खेलने का शौक बहुत तेजी से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पनप रहा है. पिछले दिनों सोशल मीडिया पर ऐसे दर्जनों नौजवानों के फोटो और वीडियो आए हैं जिनमें युवा अवैध असलहा के साथ अपनी ताकत का प्रदर्शन करते दिखाई देते हैं.

हाल ही में मेरठ के शोभापुर इलाके में हुई हत्या के बाद दीवान पब्लिक स्कूल से जुड़े एक फेसबुक अकाउंट पर एक नौजवान का पुलिस की राइफल लिए वीडियो में दिखाई दिया था. इसी नौजवान के प्रोफाइल पर एक वीडियो ऐसा भी था जिसमें वह अवैध असलहा से फायरिंग करता हुआ दिखाई दे रहा था.

अवैध असलहों की आसान उपलब्धता पैदा कर रही शौक

पश्चिम उत्तर प्रदेश का मेरठ अवैध असलहा की सप्लाई का एक बड़ा गढ़ माना जाता है. एनआईए ने पिछले दिनों राधना गांव में नईम नाम के एक ऐसे सप्लायर की गिरफ्तारी की थी जो अवैध असलहों की सप्लाई आईएस मॉड्यूल को कर रहा था. ऐसे छोटे-छोटे कई गढ़ बन चुके हैं जहां आसानी से असलहा की उपलब्धता है.

Previous articleकंबल पाकर खिले ग़रीबों के चेहरे
Next articleअंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए संकल्पबद्ध है सरकार: टंडन