आखिर खाद को लेकर किसानों का क्यों हो रहा शोषण

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महराजगंज रायबरेली
क्षेत्र मे जब धान की फसल को यूरिया खाद की सबसे अधिक आवश्यकता है तब क्षेत्र की साधन सहकारी समितियों व एग्रीजंक्शन सेंटरों पर यूरिया खाद की किल्लत से क्षेत्र के किसान परेशान हैं।इसका फायदा उठा प्राइवेट खाद विक्रेता मंहंगी खाद बेंचकर किसानों का आर्थिक शोषण कर रहे हैं।
गौरतलब है कि धान रोपाई के डेढ़ माह बाद इस समय फसल में किसानों द्वारा यूरिया खाद के छिड़काव की सबसे अधिक आवश्यकता है। लेकिन क्षेत्र की समितियों व एग्री जंक्शन सेंटरो पर यूरिया खाद न होने से क्षेत्र के किसान यूरिया खाद के लिए दर-दर भटकनें को मजबूर हैं। जिसके चलते बाजारों मे प्राइवेट खाद विक्रेता इसका जमकर फायदा उठाते हुए किसानों को 266 रुपये/बोरी मे मिलने वाली यूरिया 350-400 रुपये में खुलेआम बेंच रहे हैं। इतना ही नहीं प्राइवेट दुकानदार दबाव बनाकर यूरिया खाद के साथ जबरन पेस्टीसाइड व दवाइयां लगाकर दे रहे हैं। ऐसे में जहां यूरिया की कमी की वजह से किसानों की फसल खराब होने की कगार पर है तो वहीं जिम्मेदार अधिकारी कुंभकर्णी नींद सो रहे हैं।जिससे किसानों को मजबूरन मंहंगे दामों पर यूरिया व साथ में पेस्टीसाइड खरीदकर फसलों में छिड़काव करने को मजबूर हैं।क्षेत्रीय किसान राजाराम, रामहेत, राजेश व विनोद आदि ने विभागीय अधिकारियों से सहकारी संघो व एग्रीजंक्शन सेंटरों पर यूरिया खाद उपलब्ध कराने के साथ ही साथ मनमाने दामों पर यूरिया खाद बिक्री करने वाले प्राइवेट दुकानदारों पर कार्रवाई करने की मांग की है।

एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट

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