मनरेगा मजदूर यूनियन रमजान के पाक महीने में कर रही है रोजेदारों की मदद

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वाराणसी: जंसा/आराजी लाइन एक तरफ कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से देश ही नहीं पूरा विश्व संकट के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में काशी की गंगा जमुनी तहजीब लोगों में जिंदा रखने के लिए मनरेगा मजदूर यूनियन ने पहल किया है। यूनियन के संयोजक सुरेश राठौड़ का कहना है कि विभिन्न राजनीतिक दल, धर्म, मजहब और जाति के नाम पर अपनी राजनीति करते हैं लेकिन वाराणसी में हमारी संगठन रमजान के पाक महीने में रोजेदारों की निस्वार्थ भाव से सेवा करने में जुटी हुई है। इस नेक काम मे पूर्वांचल किसान यूनियन भी पूरी शिद्दत के साथ सहयोग कर रहा है। कोरोना महामारी में मजदूर बुनकर लॉक डाउन होने की वजह से आर्थिक संकट में हैं और भुखमरी के कगार पर आ गया है प्रशासन तो खूब दावे कर रही है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ भी नहीं है। मनरेगा मजदूर यूनियन संगठन गरीब बुनकरों के बीच जाकर उनकी सेवा में लगी हुई है। गुरुवार को आराजी लाइन ब्लॉक के परमंदापुर गांव में लगभग 15 गरीब वंचित बेसहारा परिवारों को खाद्य सामग्री और रोजे का खाघ सामान पैकेट संगठन के द्वारा वितरित किया गया गौरतलब हो कि जब से लॉक डाउन है तब से मनरेगा मजदूर यूनियन की तरफ से अबतक 350 से अधिक परिवारों को राहत सामग्री वितरित किया जा चुका है। आशा ट्रस्ट, साझा संस्कृति मंच के सहयोग से ऐसे मुस्लिम परिवारों को रमजान के महीने में मुस्लिम बस्तियों में जाकर खाद्य सामग्री और रोजे का सामान बांटा जा रहा है। और इसी तरह आगे भी मदद जारी रहेगा जिनके पास इस रमजान में खाने का सामान नही है।
इस कार्यक्रम में मनरेगा मजदूर यूनियन के सुरेश राठौर, महेंद्र राठौर, ओमप्रकाश पटेल, मनोज कुमार, पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल आदि लोग उपस्थित थे।

रिपोर्ट -राजकुमार गुप्ता

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