रायबरेली। कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन के दौरान अपनी पुरानी पार्टी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब अपने बाबा फिरोज खान के नहीं हुए तो वह सरदार पटेल के क्या होंगे? राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी को तो अपनी दादी मान लिया लेकिन फिरोज खान को अब तक अपना बाबा नहीं माना। यही नहीं कांग्रेस पर हमलावर हुए एमएलसी ने यहां तक कहा कि राहुल गांधी अब इतने बड़े हो गए हैं कि उन्हें राजनीति में अपने मां की भी जरूरत नहीं रही, तभी तो छत्तीसगढ़ के चुनाव के दौरान लगाए गए पोस्टरों और होर्डिंगों में सोनिया गांधी की तस्वीर तक नहीं है। गुरुवार को शहर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित पंचायत प्रतिनिधि के सम्मेलन को संबोधित करते हुए एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने कांग्रेस को निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि चुनाव में फायदा लेने के लिए राहुल गांधी हिंदू-मुस्लिम का ढोंग कर रहे हैं। एमएलसी ने कहा कि अगर आज लोहिया जी होते तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साथ देते और उन्हें सच्चा समाजवादी कहते। एमएलसी दिनेश ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी मां को भी किनारे कर दिया है। छत्तीसगढ़ के चुनाव में लगे पोस्टरों और होर्डिंग्स में सोनिया गांधी की तस्वीर न होना यह साबित करता है कि कांग्रेस और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष, सोनिया को अनुपयोगी मानते हैं। तभी तो उनकी तस्वीर नहीं लगाई गई। सम्मेलन के दौरान एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकारों को लेकर कई मांगे रखीं जिस पर मुख्य अतिथि सुनील बंसल ने आश्वस्त किया कि वह इन मांगों को सरकार तक पहुंचाएंगे। एमएलसी का इस तरह से कांग्रेस पर हमलावर होना पूरे जिले की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है। उनके बयान को लेकर बहस भी चढ़ गई है।