रिकॉर्ड रूम में बाहरी लोगों का जमावड़ा
रायबरेली-जहां एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं वहीं सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय में भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ चुका है कि गुप्त दस्तावेजों के कार्यालय में बाहरी व्यक्तियों की तैनाती की गई है जो अभिलेखों में हेराफेरी करने के साथ मनमाने तरीके से भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम करता है । जैसे ही मीडिया टीम वहां पहुंची रिकॉर्ड रूम से भगदड़ मच गयी। अवैध रूप से काम कर रहे बाहरी युवक के बारे में एआरटीओ प्रशासन ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि आप द्वारा जानकारी दी जा रही है जांच कराकर कार्रवाई करूंगा।
सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय में भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ चुका है कि गुप्त दस्तावेजों के रखरखाव वाले कार्यालय में एक पंकज कुमार नाम का व्यक्ति अभिलेखों की हेराफेरी करता है। पंकज अवैध रूप से एआरटीओ ऑफिस के रिकॉर्ड रूम में रहकर गुप्त दस्तावेजों की हेराफेरी करने के साथ-साथ गुपचुप तरीके से दस्तावेजों को निकालने का भी काम करता है। सुविधा शुल्क देकर लोग वहां जाते हैं और जिस भी वाहन के कागजात को इधर-उधर कराना होता है करा लेते हैं। यह काम खुलेआम विभाग में चलता है लेकिन उसके जिम्मेदार अधिकारी ना तो इस पर अंकुश लगाने का प्रयास करते हैं और ना ही वाहनों के गुप्त दस्तावेजों के रखरखाव की समुचित व्यवस्था ही करते हैं।
बाहरी व्यक्तियों का लगातार आना जाना इस बात का द्योतक है कि किसी भी दस्तावेज में मनमाने तरीके से हेरा फेरी की जा सकती है । इस तरह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम एआरटीओ ऑफिस में लगातार चल रहा है। जैसे ही एबीपी की टीम रिकॉर्ड रूम के पास पहुंची और अवैध रूप से काम कर रहे पंकज कुमार से बातचीत की तो उसने पहले संविदा पर काम करने की बात कही बाद में कहा ऐसे ही मैं काम करता हूं। उसमें काम करने के लिए पंकज किसी सिद्दीकी सर का नाम भी ले रहा था लेकिन जैसे ही एबीपी टीम और बातचीत करनी चाहिए वह रिकॉर्ड रूम के अंदर सेल के पीछे चला गया और मौका निकाल कर भागने लगा। जिस को रोकने की भी कोशिश की गई लेकिन वह वहां से निकल कर भाग गया।
इस तरह केवल एक पंकज मात्र उदाहरण नहीं है दर्जनों ऐसे बाहरी व्यक्तियों का जमावड़ा एआरटीओ आफिस के अंदर लगा रहता है जो गलत सही काम को अंजाम देते हैं ।धड़ल्ले से चल रहे अवैध काम पर साहब लोगों की नजरें नहीं पड़ती हैं या डालना ही नहीं चाहते , कहना मुश्किल है।
जिम्मेदार की सुने
जब मीडिया ने इस मामले में आरपी सरोज
एआरटीओ प्रशासन से बात करी तो उन्होंने मीडिया को बताया कि आपके द्वारा मामला मेरे संज्ञान में लाया गया है। इसकी जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी। बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश निषेध है फिर भी अगर ऐसे लोग कुछ होते हैं तो उस पर कार्रवाई होगी।
अनुज मौर्य रिपोर्ट