बिजली विभाग की तरफ से फर्जी में दर्ज कराए गए मुकदमे को बताया साजिश।
रायबरेली-महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के पूरे ढोढ़े मजरे पाली गांव के ग्रामीणों ने आज डीएम और एसपी से मिलकर पूरी घटना से अवगत कराया। ग्रामीणों की तरफ से डीएम और एसपी को दिए गए ज्ञापन में बताया कि किस तरह से 11 सितम्बर को बिजली कर्मचारी उनके गांव पहुंचें थे और अभद्रता कर रहे थे। यही नहीं, कुछ लोगों के कहने पर बिजली विभाग के अधिकारियों ने ऐसे ग्रामीणों के नाम एफआईआर दर्ज करा दी है, जो कि घटना स्थल पर मौजूद भी नहीं थे। ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर पूरे मामले की जांच और फर्जी तरीके से दर्ज मुकदमें को वापस लिए जाने की मांग की है।
राष्ट्रीय भागीदारी मिशन के बैनर तले पूरे ढोढ़े मजरे पाली गांव के ग्रामीण अपने साथ 11 सितम्बर को बीती घटना को बताने के लिए पहुंचें। यहां पर ग्रामीण तब पहुंचें, जब उनकी पूर्व में की गई शिकायत के बाद भी कहीं पर भी सुनी नहीं गई। वहीं, बिजली विभाग के अधिकारी और संगठन लगातार प्रशासन पर दबाव बनाकर निर्दोषों को पकड़वाने के लिए प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं। आज डीएम और एसपी की चौखट पर पहुंचें ग्रामीणों में गांव की ही विद्यावती सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने बताया कि 11 सितम्बर को गांव में बिजली कनेक्शन और उपकरण की जांच करने पहुंचे अधिकारियों और कर्मचारियों में से कई लोग शराब के नशे में थे। शराब के नशे में आए कुछ लाइनमैनों ने कहा कि पिछले कई सालों से आप लोग कनेक्शन चला रहे और कई लोग बदतमीजी करते हुए मेरा कनेकक्शन काट दिया। जबकि मेरा महज 4,00 रुपये बकाया था।
विद्यावती और ग्रामीणों ने बताया कि जब जमा बिल वाले व्यक्तियों के कनेक्शन काटे गए और उनकी बदतमीजी से ही आजिज आकर गांव वालों और टीम के बीच में बात बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि रानी का पुरवा गांव के रहने वाले ठेकेदार राजकुमार सिंह के कहने पर एसडीओ आशीष श्रीवास्तव, जेई दीपक वर्मा, एक्ससीएन जय सिंह, जेई नरेंद्र मौर्य, रवि गौतम, लाइनमैन आलोक कुमार, रामसुख मौर्य और हनुमान सहित 10 लोगों ने महराजगंज कोतवाली में ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है, जो कि घटना स्थल पर मौजूद ही नहीं थे। ग्रामीणों ने बताया कि जिन नामजदों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, उनमें गुड्डू यादव और मनोज कुमार घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे। गुड्डू यादव सीओ ऑफिस महराजगंज और मनोज कुमार तेहरवीं में गए हुए थे। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि अब लगातार विद्युत कर्मियों की तरफ से धमकी दी जा रही है कि अगर अवैध वसूली की जानकारी किसी भी अधिकारी को दी गई, तो सभी ग्रामीणों को जेल में डालवा दिया जाएगा। आज ज्ञापन देने वालों में संदीप कुमार, नीरज कुमार, सुरेश कुमार, अखिलेश कुमार, चंद्रभान, रामावती, विद्यावती, सुरेशा कुमारी, नीरजा कुमारी सहित सैकेड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
आखिर क्यों ग्रामीणों में पनप रहा गुस्सा
बिजली विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से क्षेत्र में की जा रही अवैध वसूली से ग्रामीण परेशान हो चुके हैं, जिसकी वजह से महराजगंज क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त हो रहा है। आज डीएम और एसपी को ज्ञापन देने आए ग्रामीणों ने एडीएम प्रशासन को बताया कि किस तरह से महराजगंज क्षेत्र में बिजली विभाग के अधिकारी प्राइवेट आदमियों के सहारे अवैध कनेक्शन चलाकर खुद कमाई कर रहे हैं और सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हर महीने पहुंचा रहे हैं। पूरे ढोढ़े गांव में घटना घटने के बाद 18 सितम्बर को क्षेत्र के ही सलेथू गांव में बिजली विभाग के कर्मचारी और अधिकारी दौड़ाएं गए थे। गांव में ऐसी ही स्थिति बनने के बाद जब मौके पर महराजगंज कोतवाल लालचंद्र सरोज फोर्स के साथ मौके पर पहुंचें थे, तो तब जाकर गांव में स्थिति सामान्य हुई थी। सलेथू गांव में चप्पे-चप्पे पर खाकी का साया फैला दिया गया था, तब जाकर बिजली विभाग के अधिकारी कनेक्शन काटने की कार्रवाई कर पाए थे। महराजगंज क्षेत्र में एक के बाद एक लगातार इस तरह की हो रही घटना से साफ जाहिर हो रहा है कि बिजली विभाग के अधिकारियों की मनमानी से पूरे क्षेत्र के लोग काफी आजिज आ चुके हैं।
अनुज मौर्य/अशोक यादव रिपोर्ट