किया गांव में घूम घूम कर मतदान के लिए प्रेरित
रायबरेली –दिव्यांग जनों का नारा है , मतदान हक हमारा है।
अक्षम सक्षम एक समान , सबको करना है मतदान।उक्त उद्गारों के साथ शहर के तापमान से भी गर्म रहा दिव्यांग जनों का प्रचार अभियान।
दृढ़ संकल्प हो तो बाधाएं भी रास्ता नहीं रोक सकती ऐसा ही कुछ कर दिखाया निःशक्त और दिव्यांग बच्चों ने जब वो जिलाधिकारी के ड्रीम प्रोजेक्ट सुव्यवस्थित मतदाता एवं निर्वाचन सहभागिता (स्वीप) कार्यक्रम को सफल बनाने के भाव से तपती धूप और तेज अंधड़ की परवाह किये बगैर प्राथमिक विद्यालय चकपीराशाह से अपने गुरूजनों संग निकल पड़े अपने क्षेत्र के लोगों को मतदान करने हेतु प्रेरित करने के लिए।
जनपद में 6 मई को होने वाले मतदान में सामान्य जनों संग दिव्यांग जनों के मतदान प्रतिशत को बढाने का बीड़ा उठाया है बेसिक शिक्षा विभाग की समेकित शिक्षा इकाई और ओम मानव उत्थान के निःशक्त एवं दिव्यांग बच्चों ने और अपने इसी लक्ष्य की पूर्ति हेतु उन्होंने चकपीराशाह गांव में घूम घूम कर राह में मिलने वाले हर नागरिक को मतदान अवश्य करने हेतु प्रेरित किया। सामान्य बच्चों संग निःशक्त एवं दिव्यांग बच्चों श्रीचंद, अंजली, राजकुमार, आमिर ,अयूब व शबाब ने अपनी अक्षमता की परवाह किये बगैर पूरे उत्साह के साथ गांव के लोगों को मतदान हेतु जागरूक किया। कार्यक्रम में आयोजित गोष्ठी में कार्यक्रम का निर्देशन व संचालन कर रहे दिव्यांग बच्चों के प्रशिक्षक अभय प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि स्वीप कार्यक्रम तभी सफल हो सकता है जब हर व्यक्ति अपनी ज़िम्मेदारी में इसे वरीयता दे । मतदान में दिव्यांग जनों का भी नैतिक दायित्व बनता है कि वो अपने मताधिकार का पूर्ण प्रयोग करें साथ ही क्षेत्र के लोगों से अपनी की कि वो स्वयं तो वोट डालें अपितु अन्य लोगों को भी मतदान हेतु प्रेरित कर अपने साथ लेकर जाएं। ए बी आर सी जे पी रावत ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि मतदान प्रतिशत में वृद्धि करने हेतु आवश्यक है कि हर व्यक्ति इसमें अपना समर्थन उन्होंने दिव्यांग जनों के लिए कार्य करने वाले प्रशिक्षक अभय श्रीवास्तव के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वो दिव्यांग जनों के उत्थान के लिए निरन्तर प्रयोग करते रहते है जिसकी जितनी सराहना की जाए कम है । निःसंदेह उनके प्रयासों से दिव्यांग जनों की प्रतिभागिता बढ़ी है और मतदान में भी इसमें वृद्धि होगी। प्रधानाध्यापिका सीमा दीक्षित ने भी उनकी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इनके निःशक्त व दिव्यांग बच्चे समाज के लिए एक मिसाल हैं । जिनके बुलन्द हौसले और दृढ़ निश्चय से हम सभी को सबक लेना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर पधारे सभी शिक्षक शिक्षकाओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षिका अनीता चौधरी ने विशेष सहयोग दिया। इस अवसर पर शिक्षिका अनीता चौधरी, पूनम देवी, शालिनी श्रीवास्तव, निरूपमा सोनकर, पंकज व अमित , सत्येंद्र आदि उपस्थित रहे।
अनुज मौर्य रिपोर्ट