पुलिस ने पकड़ा अवैध शराब से भरी बोलेरो गाड़ी दो अभियुक्त भी चढ़े पुलिस के हत्थे

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सरेनी (रायबरेली)। सरेनी पुलिस के हांथ उस वक्त बड़ी सफलता लगी जब उसने दो अभियुक्तों को नकली व मिलावटी अवैध शराब व बोलेरो गाड़ी के साथ धर दबोचा। जानकारी के मुताबिक बीती दिनांक 2 नवंबर को उपनिरीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार मिश्रा मय हमराही पुलिस टीम के साथ संदिग्ध वाहनों व व्यक्तियों की चेकिंग तथा अपराध रोकथाम व वांछित तलाश हेतु क्षेत्र में भ्रमणशील थे कि तभी मुखबिर खास से सूचना मिली कि कुछ लोग जो नकली व खतरनाक शराब का धंधा करते हैं वह एक सफेद बोलेरो गाड़ी से उन्नाव से भोजपुर होते हुए पूरेपांडेय की तरफ आ रहे हैं, उनके पास नकली शराब है। मुखबिर खास की सूचना पर विश्वास करके व उसे साथ लेकर मय पुलिस टीम के उसके द्वारा बताए गए स्थान के करीब पहुंचे कि कुछ देर बाद एक सफेद गाडी आती दिखाई दी जिसकी ओर इशारा करने के उपरांत मुखबिर चला गया। नजदीक आने पर उस सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी को पुलिस टीम द्वारा घेरकर रोक लिया गया। जिसका नंबर यूपी 33 एजे 3166 है। पुलिस द्वारा गाड़ी के कागज मांगे जाने पर अभियुक्तों द्वारा नहीं दिखाए जा सके। चेक करने पर गाड़ी के अंदर कुल 10 पेटी शराब मिली। पूछने पर एक व्यक्ति ने बताया कि देशी शराब है और पेटी से एक मेस्तीहू पौवा निकाल कर दिखाया जिसका अंकित लिंक मोबाइल से मैच कराने पर नकली निकला। तब गहनता से पूछताछ करने पर बताया कि हम लोग प्रदीप जायसवाल उर्फ नन्हू पुत्र रामेश्वर जायसवाल निवासी अमावा थाना मिल एरिया से लेकर नकली शराब को बेचने का काम करते हैं।दोनों अभियुक्तों को पकड़ कर बारी बारी से नाम पता पूछने पर पहले ने अपना नाम छत्रपाल सिंह उर्फ ऋषि सिंह पुत्र राजेश नरायन सिंह निवासी अहिरौरा थाना बारासगवर रायबरेली व दूसरे ने अपना नाम हेमराज पुत्र रामस्वरूप निवासी मदाखेडा मजरे दूलापुर थाना सरेनी बताया। जिनके कब्जे से गाड़ी की तलाशी में कुल 460 पौवा नकली अवैध शराब बरामद हुई। अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक राकेश सिंह, उपनिरीक्षक हरिश्चंद्र यादव, ज्ञानेंद्र कुमार मिश्रा, मुख्य आरक्षी राजेंद्र प्रसाद वर्मा, आरक्षी संतोष कुमार, विशाल सिंह, संदीप कुमार पटेल मौजूद रहे। जब इस संबंध में थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश सिंह से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि पकड़े गए दोनों अभियुक्तों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया गया है।

अनुज मौर्य/सन्दीप फ़िज़ा रिपोर्ट

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