भेलसर(अयोध्या)रुदौली क्षेत्र के ग्राम दौदापुर मे काली मां के स्थान पर 101 नारी शक्तियों ने सामूहिक दुरदुरिया का व्रत रखा। यह व्रत समाज के हित के लिए 101 नारी शक्तियों ने रखा। दुरदुरिया पूजा की शुरुआत के बारे में ऐसा मानना है कि जब राजा दशरथ भगवान श्री राम और साथ उनके अन्य सभी भाइयों का विवाह करके जब वापस आए थे तो उन्होंने अपने नगर की सभी सुहागिनों औरतों को बुलाकर दुरदुरिया पूजा की थी और तभी यह प्रचलन शुरू हो गया।जब लोग बेटे व बेटी की शादी आदि शुभ कार्य करते हैं तो उसके पहले और उसके उपरांत यह पूजा करते हैं।अवसान माता की पूजा चटपट माता की पूजा या फिर तुरंत माता की पूजा और फिर संकटा माता की पूजा यह सब करवाते हैं।जिन लोगों को जिस चीज में श्रद्धा होती है वह वैसे ही माता की पूजा करते हैं।
दुरदुरिया कार्यक्रम का आयोजन ग्राम दौदापुर के अयोध्या प्रसाद उर्फ मुन्ना पंडित के द्वारा किया गया।जिसमें गांव के दुरदुरिया कार्यक्रम में उपस्थित पियूष मिश्रा,शिव मिश्रा,पवन राजपूत,राकेश गुप्ता,कौशल पांडे,नीरज पांडे,बृजनंदन पांडे,रंगीलाल,पप्पू नरेंद्र कुमार प्रधान आदि लोग उपस्थित रहे और दुरदुरिया कार्यक्रम को सफल बनाया।
मनोज कुमार तिवारी रिपोर्ट