1956 में भगवान राम के एक अनन्य भक्त ने राम को दान की थी अपनी सारी जमीन
भू-माफियाओं के कृत्य से हिन्दू संगठनों में भारी उबाल, एसडीएम से जमीन बचाने की लगाई गई गुहार
बछरावां (रायबरेली)। बछरावां थाना क्षेत्र के अंतर्गत कसरावां गांव में लगभग 60 वर्ष पूर्व गांव के ही एक भगवान राम के अनन्य भक्त द्वारा राम जानकी मंदिर विराजमान ठाकुरद्वारा छावनी अयोध्या फैजाबाद के नाम अपनी संपूर्ण संपत्ति खेती-पाती, घर, हाता व बाग-बगीचा दान कर दिया गया था। जिसकी देखरेख गांव का ही एक व्यक्ति करता था परंतु उसकी भी मौत हो जाने के बाद भू-माफियाओं की नजर भगवान को दान की गई भूमि पर भी लग गई और भू माफियाओं ने इस पर कब्जा करना शुरू कर दिया। बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने राम जानकी मंदिर ट्रस्ट की जमीन को भू- माफियाओं से मुक्त कराए जाने का प्रार्थना पत्र उपजिलाधिकारी व थाने में दिया है। विदित हो बछरावां थाना क्षेत्र के अंतर्गत कसरावां गांव में भगवानदीन पुत्र मातादीन भगवान राम के अनन्य भक्त थे उनके आगे पीछे कोई नहीं था। उन्होंने अपनी मृत्यु से कुछ दिन पहले सन् 1956 में अपना घर, लगभग पांच बिसवा का हाता, साढ़े आठ बीघा खेती की जमीन व 70 पेड़ों की एक बाग राम जानकी मंदिर विराजमान ठाकुरद्वारा छावनी अयोध्या फैजाबाद के नाम कर दी थी और उनकी सेवा कर रहे गांव के ही शिव गुलाम को उसकी देखरेख का जिम्मा सौंप दिया था। भगवानदीन की मृत्यु के बाद शिव गुलाम खेती-बाड़ी कर अर्जित आय को लगातार राम जानकी मंदिर ट्रस्ट अयोध्या को भेजता रहता था। लगभग 20 वर्ष पूर्व शिव गुलाम की भी मौत हो गई और उसके बाद भगवान को दान की गई इस जमीन पर गांव के भू-माफियाओं की नजर टेढ़ी हो गई। खेती बाड़ी की अधिकांश जमीन पर भी कब्जा कर लिया गया। वहीं गांव के अंदर स्थित मंदिर ट्रस्ट को दान दिए गए पांच बिसवा के हाते को गांव के ही भू-माफियाओं द्वारा फर्जी तरीके से बेच डाला गया। जिस पर निर्माण होता देख लोगों में आक्रोश फैल गया। बजरंग दल के ब्लाक संयोजक अखिलेश मिश्रा, विश्व हिंदू परिषद के ब्लाक अध्यक्ष आलोक मिश्रा, विनोद कुमार द्विवेदी, सुनील द्विवेदी, गौरव पाल सहित बड़ी संख्या में लोगों ने उपजिलाधिकारी शालिनी प्रभाकर व थानाध्यक्ष रवेंद्र सिंह को प्रार्थना पत्र देकर भू-माफियाओं से भगवान को दान की गई जमीन को बचाने की गुहार लगाई है। राम जानकी मंदिर ट्रस्ट अयोध्या की रायबरेली जनपद की जमीनों व संपत्तियों की देखरेख के प्रभारी जगदीश कुमार शर्मा ने बताया कि कई बार पुलिस व प्रशासन से जमीन पर कब्जे की शिकायत की गई परंतु अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। भगवान की जमीन भी सुरक्षित न होने से संतों में आक्रोश है। उप जिला अधिकारी शालिनी प्रभाकर ने बताया कि मामले की जानकारी हुई है कानून-गो व हल्का लेखपाल को आदेशित किया गया है कि जांच कर आवश्यक कार्यवाही करें। किसी भी सूरत पर ट्रस्ट की जमीन पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा।