सियोल शांति पुरस्कार पाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के पहले व्यक्ति हैं. प्रधानमंत्री मोदी का इस पुरस्कार के लिए चुनाव 1300 लोगों में से हुआ है. सियोल शांति पुरस्कार की शुरुआत 1990 में हुई थी.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज दक्षिण कोरिया में सियोल शांति पुरस्कार से नवाजा गया. वह यह सम्मान पाने वाले भारत के पहले व्यक्ति हैं. इससे पहले यह सम्मान पूर्व यूएन महासचिव कोफी अन्नान और जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल को मिल चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस सम्मान के साथ 2 लाख यूएस डॉलर भी मिलेंगे जो कि लगभग 1.30 करोड़ भारतीय रुपए होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरस्कार समारोह में बोलते हुए कहा कि सम्मान के साथ मिलने वाली राशि वह नमामि गंगे अभियान में दे रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह सम्मान उनकी एक्ट ईस्ट पॉलिसी और ऐसे अन्य कदमों के कारण दिया गया है. प्रधानमंत्री मोदी का इस पुरस्कार के लिए चुनाव 1300 उम्मीदवारों में से हुआ है. सियोल शांति पुरस्कार की शुरुआत 1990 में हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इससे पहले संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ‘चैंपियंस ऑफ दी अर्थ’ भी मिल चुका है.
सियोस शांति पुरस्कार पाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह भारत के लोगों को समर्पित है. उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार भारतीय वसुधैव कुटुंबकम की सोच की स्वीकृति है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी के 150वीं जयंती वाले साल में यह पुरस्कार मिलना और अधिक सम्मान की बात है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की दक्षिण कोरिया यात्रा पर गए हुए हैं. अपनी यात्रा के दूसरे दिन उन्हें यह सम्मान दिया गया है. इससे पहले उन्होंने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन से मुलाकात की. दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने पुलवामा सीआरपीएफ हमले की निंदा की है. दोनों देशों के बीच समझौता हुआ है कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगे.