राही ब्लाक के रायपुर भटपुरवा ग्राम के आंगनबाड़ी में थर्माकोल की प्लेटों में परोसा जा रहा है भोजन

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रायबरेली-जहां एक ओर योगी सरकार आंगनवाड़ी में विभिन्न तरह की योजनाएं और सुविधाओं को बढ़ावा दे रही हैं वही बात करी जाए रायबरेली जिले की जहां पर एक ऐसा ब्लॉक है जहां आंगनवाड़ी मैं आने वाले बच्चों को सुविधाओं के नाम पर खाना पूर्ति की जा रही है हम आपको बताते चलें मामला राही ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय रायपुर भटपुरवा ग्राम का है जहां पर स्कूल में बच्चों को बिना बर्तनों के थर्माकोल के प्लेटो में खाना परोसा जा रहा है, जो बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही खतरनाक है सूत्रों की माने तो आंगनवाड़ी में ग्राम प्रधान द्वारा बर्तन नहीं दिए जा रहे हैं जिसके कारण मजबूरन बच्चों को थर्माकोल की प्लेटों में खाना परोसा जा रहा है जिम्मेदार अधिकारी इस मामले पर तनिक भी ध्यान नहीं दे रहे हैं अब देखने वाली बात यह होगी कि इस पूरे प्रकरण में उच्च अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं या तो आने वाला समय ही बताएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या दिए थे निर्देश

इस योजना में भारत सरकार व राज्य सरकार की 50-50 फीसदी हिस्सेदारी निर्धारित है। बच्चों को अनुपूरक पोषाहार के लिए आठ रुपये प्रतिदिन का बजट है। इस धनराशि में से 3.50 रुपये प्रति लाभार्थी सुबह के नाश्ते व शेष 4.50 रुपये हाट कुक्ड मील योजना में खर्च होंगे।

आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए अलग-अलग व्यवस्था

कैबिनेट ने को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों और नान को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए अलग-अलग व्यवस्था बनाई है। को-लोकेटेड आंगनबाड़ी, ऐसे केंद्र हैं, जो ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रांगण में या फिर उनसे 200 मीटर की दूरी पर हैं। ऐसे आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या 1.21 लाख है।

नान लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्र, ऐसे हैं, जो प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों में संचालित नहीं हो रहे हैं। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में इन आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या लगभग 67,148 हैं। को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के लिए प्राथमिक विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग किया जाएगा। पीएम पोषण (एमडीएम) की तरह ही यहां भोजन बनेगा। को-लेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में भोजन परोसने तथा बच्चों के खाना खाने के लिए बर्तनों की व्यवस्था संबंधित ग्राम सभा या नगरीय निकाय करेंगे।

तीन से छह वर्ष के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार होगा

मुख्यमंत्री ने कैबिनेट बैठक के बाद शाम को बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा में कहा कि गर्म व पौष्टिक खाना मिलने से आंगनबाड़ी में आने वाले तीन से छह वर्ष के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार होगा। उन्होंने हाट एंड कुक्ड मील योजना में श्री अन्न को भी शामिल करने के निर्देश दिए हैं। 

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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