प्रतापगढ़
आसपुर देवसरा के रामपुर बवरिहा गांव के रहने वाले “लोक तंत्र रक्षक सेनानी”, रमेश सिंह का शुक्रवार 26 जून को सुबह ऋषिकेश में निधन हो गया।
विदित हो कि रमेश सिंह इस समय देहरादून में राज्य गन्ना विभाग से कार्यमुक्त हुए थे और परिवार समेत देहरादून के डोईवाला में रहते थे। बचपन से धार्मिक स्वभाव के रमेश जयगुरुदेव संस्था से जुड़े हुए थे और साल 1975 में आपातकाल के दौरान तत्कालीन सरकार का विरोध करते हुए संस्था कि तरफ से कई महीनों के लिए जेल भी गए थे।कालांतर के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसे सभी मीसा बंदियों को “लोक तंत्र रक्षक सेनानी” सम्मान से नवाजा जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की तरह दिए जाने वाला सम्मान है। शासनादेश के अनुसार लोक तंत्र रक्षक सेनानियों का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होता है। सुबह गांव में खबर आने पर परिवार समेत सभी ग्रामवासियों में शोक की लहर दौड़ गई। लोगो ने डीएम और एसडीएम को सूचित भी कर दिया लेकिन कुछ परिस्थिति बस इनका शव यहां लाया नहीं जा सका और हरिद्वार में ही अंतिम संस्कार करना पड़ा।
जयगुरुदेव संस्था के जिला अध्यक्ष सूर्यबली सिंह ने भी इस खबर पर गहरा शोक प्रगट किया और ईश्वर से उनके परिवार को ये कष्ट सहने की शक्ति देने के लिए प्रार्थना किया।
अवनीश कुमार मिश्रा रिपोर्ट