पुलिस के हत्थे चढ़े बंद कार फैक्ट्री का सामान लूटने वाले

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सलोन (रायबरेली)। सलोन प्रधान संघ अध्यक्ष के ऊपर जानलेवा हमला करने के बाद चर्चा में आए अमित पासी पुत्र रामदेव निवासी बगहा थाना सलोन कोतवाली को एक बार पुलिस ने फिर धर दबोचा। इस बार अमित पर आरोप है कि वह गिरोह बनाकर कोतवाली क्षेत्र में बंद पड़ी वेस्पा कार फैक्ट्री में रखी मशीनें, व लोहे के सामान की लूट व चोरी अवैध असलहे के दम पर कर रहा था। अपने 8-10 साथियों के साथ इस अपराधिक कृत्य को अंजाम दे रहे अमित के विरुद्ध कंपनी के गेट कीपर लूनी सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया था। यही नहीं गेट कीपर ने जब इस गैंग के सदस्यों को अंदर जाने से रोका तो गोविंद उर्फ गुंडे पासी ने तमंचे से फायरिंग कर दी जिसमें गेट कीपर बाल-बाल बच गया।
गेट कीपर की शिकायत के बाद सलोन कोतवाल राम आशीष उपाध्याय ने इस गैंग को दबोचने का जाल बिछाया और मुखबिर की सूचना पर छापा मारकर अमित पासी के साथ गोविंद उर्फ गुंडे निवासी पुत्र प्रेम लाल निवासी बगहा, राजेश पासी पुत्र कल्लू निवासी उमरी, और दिलीप पासी पुत्र कड़ेदीन निवासी उमरी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से अवैध तमंचा व डकैती डालने के उपकरण बरामद किए हैं। कोतवाल राम आशीष उपाध्याय ने बताया कि क्षेत्र में बंद पड़ी वेस्पा कार फैक्ट्री में रखी मशीनों व अन्य लोहे के सामान को अवैध असलहे के बल पर अमित पासी द्वारा लूट व चोरी किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि अमित पासी पूर्व में प्रधान संघ अध्यक्ष के ऊपर जानलेवा हमले के मामले में जेल गया था जो छूट कराने के बाद इस काम को अंजाम दे रहा है। कोतवाल ने यह भी बताया कि इस गैंग के करीब आधा दर्जन सदस्य भागने में सफल रहे। उनकी तलाश की जा रही है। यहां यह उल्लेखनीय है कि ग्राम प्रधान अध्यक्ष के ऊपर हमला करने के बाद अमित पासी के हौसले बढ़ गए और वह धीरे-धीरे जरायम की दुनिया में नाम कमाने की तरकीब पर सोचने लगा। लोगों की माने तो जनता के बीच अमित पासी ने काफी दहशत कायम कर रखी है। बात-बात में लोगों को बेइज्जत कर देना और लड़ाई पर अमादा होना अमित व उसके साथियों की आदत हो गई है। फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार किए गए गैंग के सरगना और उसके साथियों को जेल भेज दिया है।

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