बैंक ऑफ बड़ौदा में मनाया गया स्थापना दिवस

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महाविद्यालय को दिया गया वाटर कूलर

बछरावां (रायबरेली)। बैंकों का काम जनता की धन की सुरक्षा के साथ-साथ उन्हें आर्थिक मदद देकर प्रगति के मार्ग पर ले जाना भी है । बैंक ऑफ बड़ौदा इस दिशा में अपनी 9583 शाखाओं के द्वारा बखूबी अपने कार्य को अंजाम दे रही है। यह उद्गार बछरावां शाखा के प्रबंधक भृगुनाथ द्वारा 112 वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए गए। उन्होंने कहा कि बड़े ही दुख की बात है कि कुछ कर्ज प्राप्तकर्ता समय से अदायगी नहीं करते है। इसके परिणाम स्वरूप जहां उन्हें ज्यादा ब्याज देना पड़ता है वहीं बैंकों के सामने भी संकट पैदा हो जाता है। क्योंकि बैंकों में जमा पैसा जनता का है और जनता के लिए परंतु उनको संचालित करने के लिए लेन-देन का साफ सुथरा होना जरूरी है ।उन्होंने बताया कि इस मौके पर उनकी शाखा द्वारा स्थानीय महाविद्यालय में छात्रों को शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए एक वाटर कूलर प्रदान किया जाएगा तथा गोझवा मनाखेड़ा के प्राइमरी विद्यालय को बैंक के द्वारा विकसित किया जाएगा । महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि महाविद्यालय के समस्त खाते बैंक आफ पटियाला में खुले हुए थे वह स्टेट बैंक में विलीन हो गई तब से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था । इसलिए उन्होंने महाविद्यालय के सभी खाते बैंक ऑफ बड़ौदा में स्थानांतरित कर दिए हैं क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि बैंक ऑफ बड़ौदा बैंक की स्थापना 1908 में शिवाजी गायकवाड के द्वारा 20 जुलाई में की गई थी मौजूदा समय में देना व विजया बैंक भी समायोजित हो गई हैं जिससे आम जनता को बेहतर सुविधाएं देने के लिए अधिक कर्मचारी प्राप्त होंगे । इस मौके पर महाविद्यालय के निदेशक डॉक्टर रामनरेश ,कल्पना श्रीवास्तव, रामप्रवेश तिवारी तथा बैंक परिवार से ज्योति पाठक ,पुष्कर पाठक ,शशिकांत , प्रीति वर्मा राहुल चतुर्वेदी , अंजनी सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

अनुज मौर्य/अनूप कुमार सिंह रिपोर्ट

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