महाराजगंज (रायबरेली)। खलिहान की जमीन पर हो रहा अतिक्रमण एसडीएम शालिनी प्रभाकर, तहसीलदार विनोद कुमार सिंह व कोतवाली पुलिस की मौजूदगी में हटाया गया। वही अतिक्रमण हटता देख दोनों पक्ष आपस में भिड़ गये जिससे एक पक्ष को ज्यादा चोटें आई। बताते चले कि कोतवाली क्षेत्र के रवना गांव मजरे जिहवा निवासी रामपाल (65) घर के सामने खलिहान की सुरक्षित जमीन पर जबरन कब्जा किए जाने की शिकायत एसडीएम शालिनी प्रभाकर से की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी शालिनी प्रभाकर राजस्व टीम के साथ व पुलिस बल की मौजूदगी में रवना मजरे जिहवा में अतिक्रमण हटवाने पहुंच गई और दोनों पक्षों का खलियान पर बने अवैध अतिक्रमण को गिरा दिया जिससे गांव में दोनो पक्षों में तनाव पैदा हो गया। शिकायतकर्ता रामपाल को धारदार हथियार और लाठी-डंडों से दो महिलाओं ने जमकर मारा पीटा, जिससे रामपाल मौके पर ही बेहोश होकर गिर गया और खून से लथपथ हो गया। किसी तरह ग्रामीणों की मदद से रामपाल को सीएचसी केंद्र लाया गया जहां पर हालत नाजुक होते देख चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। आखिरकार प्रशासन की लापरवाही कहें या अतिक्रमणकारियों के बुलंद हौंसले। इस पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। शिकायतकर्ता को इस तरह बेरहमी से मारा-पीटा जाएगा तो, इसमें शक नहीं कि अनेक ग्राम सभाओं में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद करने में प्रशासन इनकी मदद कर रहा है। मामले में कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र कुमार दुबे का कहना है कि मामला संज्ञान में है। चोटहिल की तहरीर पर दबंग अतिक्रमणकारियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। जल्द ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। घायल का आरोप है कि उसे तहसील प्रशासन के सामने ही दबंगों ने पीटा है लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया।