कलयुग के भागीरथ बने एमएलसी दिनेश सिंह, बहा दी उल्टी गंगा !

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  • किसानों की समस्या का हुआ समाधान, पुरवा ब्रांच को गंग नहर डलमऊ से मिलेगा पानी
    रायबरेली। किसानों के हितों के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष कर आवाज उठाने वाले एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के भगीरथ प्रयास से अब गंगा उल्टी बहेंगी। जी हां, चैकिए नहीं, अब वर्षों से पानी की राह निहार रही पुरवा ब्रांच की माइनरों में डलमऊ से गंगा का पानी बहेगा। अभी तक यह पानी दूसरी तरफ से आ रहा था। सिंचाई मंत्री और सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों के साथ एमएलसी हुई बैठक में चली लम्बी जद्दोजहद और सिंचाई विभाग के इंजीनियरों द्वारा किये गये स्थलीय निरीक्षण के उपरांत डलमऊ की गंग नहर से पुरवा ब्रांच की नहरों को जोड़ने की सहमति बन गयी है। एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के इस प्रयास से लालगंज, सतांव और खीरों ब्लाक क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिये पानी मिल सकेगा। एमएलसी ने गुरुवार को डलमऊ में नारियल तोड़कर नहर पटरियों के उच्चीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का शुभारम्भ किया। उल्लेखनीय है कि वर्षों से तीन ब्लाक क्षेत्रों के किसान सूखे की मार क्षेल रहे थे। पुरवा ब्रांच की दर्जनों ऐसी माइनर और अल्पिकायें हैं जिनमें दशकों से किसी ने पानी को बहते नहीं देखा। क्षेत्र के किसानों ने एमएलसी से अपना दर्द कहा। हालांकि एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह इससे पूर्व किसानों के लिए आंदोलन, अनशन और रात्रि प्रवास तक कर चुके हैं। इस बार भी उन्होंने अपना प्रयास शुरू किया। एमएलसी ने सिंचाई मंत्री और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बीती 17 जुलाई को एक बैठक कर सुझाव दिया कि पुरवा ब्रांच सेे जिले की सीमा तक पानी पहुंचाने के लिए डलमऊ की गंग नहर से जोड़ा जाए। विभागीय अधिकारियों ने एमएलसी के इस सुझाव पर हैरानी व्यक्त की। क्योंकि उनका सुझाव उल्टी गंगा बहाने जैसा था। एमएलसी ने कुछ पुराने अभिलेख दिखाये जिसके बाद सिंचाई विभाग के इंजीनियर और अधिकारी स्थलीय निरीक्षण को तैयार हुए। अधिकारियों ने डलमऊ पहुंच कर गंग नहर और पुरवा ब्रांच के मध्य बहाव की स्थिति जानी और पानी छोड़े जाने के लिए हरी झण्डी दे दी। गुरुवार को एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने डलमऊ में नारियल तोड़कर नहर की पटरियों को सही कराने के काम का शुभारम्भ किया। उन्होंने प्रेसवार्ता में इससे सम्बन्धित जानकारी दी और कहा कि उनके द्वारा किये गये संघर्ष सुखद परिणाम का समय आ गया है। देश के अन्नदाता से ही देश का विकास संभव है। इसलिए उसकी समस्याओं का निराकरण हर हाल में होना चाहिए। एमएलसी ने कहा वह आगे भी जनपद के विकास और किसान हित के लिये संघर्षरत रहेंगे। आपको बताते चलें कि इस परियोजना के पूर्ण होने पर देवली, रजौली, चांदाटीकर, ऐहार अल्पिका, लालगंज रजबहा, सहजौरा रजबहा, सातनपुर, निहस्था, गोकनहा, सकतपुर आदि नहरों में जल संकट समाप्त हो जायेगा। लोगों ने एमएलसी की तुलना भागीरथ से करते हुए कहाकि उनके प्रयासों से ही यह संभव हो सका है। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव पाल, दिनेश त्रिपाठी, उमेश सिंह, पिन्टू शर्मा, अधिशाषी अभियंता सिंचाई विभाग एसके झा, एई एमपी सिंह, जेई रामेन्द्र कुमार साहू सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

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