बछरावां (रायबरेली)। थाना क्षेत्र में बीती रात बछरावां कस्बे की महाराजगंज रोड पर गणेश चौक पर स्थित गणेश प्रतिमा के विसर्जन में भारी अव्यवस्था रही जिससे अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रण कर पाना कठिन था। फिर भी भक्तगण प्रतिमा को लेकर भवरेश्वर मंदिर के पास स्थित सई नदी के तट पर विसर्जन के लिए पहुंचे और सई नदी में मूर्ति का जल प्रवाह किया। भीड़-भाड़ अधिक होने के कारण सब अपने में मस्त थे। किसी को एक दूसरे की परवाह नहीं थी। आपाधापी में अत्यधिक जोश में उत्सुक युवा विसर्जन करके बछरावां लौटे। देर शाम जब विसर्जन करने गए युवक ओमकार गुप्ता उर्फ वैभव पुत्र स्वर्गीय रमापति गुप्ता उम्र 17 वर्ष जब अपने घर नहीं लौटे तो उनके घरवालों ने खोज खबर लेनी शुरू की। साथ गए युवकों से पूछताछ की लेकिन ओमकार गुप्ता का कहीं कोई पता नहीं चला। देर रात तक तरह-तरह की आशंकाएं व्यक्त की जाती रही कि अन्य बाजार में गणेश प्रतिमा जो विसर्जित हुई है हो सकता है उसके साथ ओमकार लौट कर घर आएगा। लेकिन देर रात तक वैभव घर नहीं लौटा तो रात में परिवारी जनों द्वारा एक लिखित तहरीर बछरावां थाने में देकर सूचित किया गया। सुबह उनके परिवारी जन पुनः सई नदी के तट पर पहुंचकर ओमकार गुप्ता की खोज खबर करने लगे। तो पता चला कि पुलिस प्रशासन ने गोताखोर लगाकर एक शव खोजा। परिवारी जनों ने जिसकी पहचान ओमकार गुप्ता उर्फ वैभव के रूप में की। पुलिस प्रशासन ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रायबरेली भेज दिया। उनकी मां जनक दुलारी ने कहा कि घर की देखभाल करने वाला बड़ा पुत्र था अब क्या होगा। वही भाई आदर्श गुप्ता बड़े भैया को याद करके सिहर उठता है। बड़ी बहनें शकुंतला देवी रुचि गुप्ता व कीर्ति गुप्ता का रो रो कर बुरा हाल है। अभी जनवरी माह में उनके पिताजी का भी कैंसर की बीमारी से स्वर्गवास हुआ था। एक दुख से ओमकार की मां अभी उबर नहीं पाई थी कि दूसरा बहुत बड़ी विपदा आ पड़ी। वही मूर्ति विसर्जन में गए प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कई युवक अत्यधिक उन्माद और जोश ने नदी में डूब रहे थे। जिनको भी स्थानीय मल्लाहो द्वारा बाहर निकाला गया। सुदौली गांव के ही ग्रामीण कुंती सिंह ने बताया कि मल्लाह लगातार मना कर रहे थे लेकिन मल्लाहो कि बात ना मानकर यह लोग बैरीकेडिंग पारकर आगे बढ़े। तभी यह घटना घटित हुई अगर मल्लाह मौके पर नहीं होते तो बछरावां क्षेत्र में गणेश प्रतिमा विसर्जन के नाम पर बहुत बड़ी दुर्घटना घटित होती।
रिपोर्ट अनुज मौर्य/अनूप कुमार सिंह