शिवगढ़ (रायबरेली)। स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर भारत सरकार द्वारा करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए जाने के बावजूद क्षेत्र के व्यापारी हो या राहगीर सभी ने सार्वजनिक शौचालाय बनवाने की मांग की थी। चाहे वो शिवगढ़ कस्बा, भवानीगढ़ चौराहा, गूढ़ा चौराहा, बैंती बाजार, रानीखेड़ा, ओसाह, बहुदा कला चौराहा, बेड़ारु बाजार, गुमावां, लाही बाडर सहित जगहों पर सार्वजनिक शौंचालयों का निर्माण न होने से शिवगढ़ क्षेत्र में स्वच्छ भारत अभियान को ग्रहण लग रहा है। इन जगहों पर प्रतिदिन दूर-दराज से आने वाले राहगीर, व्यापारी एवं ग्राहक खुले में पेशाब और शौंच करने को मजबूर हो जाते हैं। कई बार तो ऐसा भी होता है कि दुकान छोड़कर जाने पर बाजारों में घूमने वाले चोर सामान और रुपयों पर हाथ भी साफ कर देते हैं। जिसके लिए व्यापारियों ने क्षेत्र के विधायक से लेकर जिला प्रशासन से मांग की थी क्षेत्र के व्यापारी हो राहगीर क्षेत्र के सभी लोगों ने सार्वजनिक शौंचालय बनवाने की मांगकर चुके हैं। सार्वजनिक स्थलों पर शौंचालयों का निर्माण कराने के लिए आश्वासन भी मिला किंतु नतीजा शून्य रहा। विदित हो कि लगभग तीन माह पूर्व एक गांव में ग्रामीणो ने जनप्रतिनीधि से मांग कर भवानीगढ़ चौराहे पर सार्वजनिक शौंचालय बनवाने की मांग की थी। जिस पर ने भवानीगढ़ चौराहे पर सार्वजनिक शौंचालय बनवाने का आश्वासन भी दिया था। किन्तु कई महीने से शौंचालय निर्माण की राह देख रहे ग्रामीण निराशा हाथ लगने के कारण अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं। विडंबना है कि स्वच्छ भारत अभियान का नारा देकर खुले में शौच पर अंकुश लगाने वाली जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौंचालय बनवाने के नाम पर बिल्कुल मौन है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट