रायबरेली। जिले की नई डीएम नेहा शर्मा का जन्म छत्तीसगढ़ के जिला कोरिया में हुआ है। नेेहा शर्मा 26 साल की उम्र में आईएएस बन गईं। उनकी पहली पोस्टिंग वर्ष 2012 में बागपत में बतौर एसडीएम के पद पर हुई। 2013 में वो कानपुर सदर में एसडीएम और वर्ष 2014-15 में उन्नाव की सीडीओ रहीं। तीन मार्च 2017 उन्होंने फिरोजाबाद की जिलाधिकारी के रूप में चार्ज संभाला।जिलाधिकारी नेहा शर्मा सुहागनगरी की कमान संभालने के बाद से लगातार अपने कार्यों से चर्चा में हैं। चाहे वो स्वच्छ भारत अभियान हो या बेटी बचाओ, बेटी पढाओ मुहिम। नेहा शर्मा ने शहर की तस्वीर बदलने की सराहनीय कोशिश की हैं। अगर आप चूड़ियों के शहर फिरोजाबाद से गुजरेंगे तो उनकी प्रयासों की झलक दिखाई देगी। अक्टूबर, 2018 में जिलाधिकारी नेहा शर्मा के प्रयासों से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें 5100 कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोज कराया गया। कार्यक्रम में प्रशासनिक अफसर, जनप्रतिनिधि और जनता ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। वही हाल में ही उन्हें नई दिल्ली में बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ अभियान के लिए सम्मनित भी किया गया था अपने जनता के प्रति नेक कार्यो के लिए चर्चा में रहती है उनका मानना है कि सरकार द्वारा दी गई सुविधाएं ,योजनाएं आम जनमानस तक पहुँच सके जिसके वे हकदार है साथ ही आपको बताते चले नेहा शर्मा कार्यो में लापरवाही करने वालो को बख्शती नही है उनका मानना है कि अगर व्यक्ति पात्र है किसी भी मामले में और उसके बाद भी उसे लाभ न मिले और उसे दौड़ाया जाए तो कितना कस्ट होगा ऐसे व्येक्तियो पर ,फिलहाल फ़िरोज़ाबाद जैसा कार्य वो रायबरेली जिले में भी करेगी ऐसा यहाँ का आम जनमानस उम्मीद लगाए हुए है।
एक नज़र इधर भी
वर्तमान समय मे रहे जिलाधिकारी संजय खत्री ने भी आमजनमानस के लिए तरह तरह की सुविधाएं मुहैया कराई उन्होंने स्वयं गायों के लिए गौशाला खुलवाकर उसमें बाहर घूम रहे गौ वंशो को एक रहने का ठिकाना दिया व इस अच्छे कार्य मे सामाजिक ,व्यापारी व अन्य लोगो ने भी अपनी तरफ से सेवा व सहयोग दिया। गरीबो के मसीहा कहे जाने वाले जिलाधिकारी ने हमेशा गरीबो के लिए बढ़ चढ़ कर उनकी मदद करने की कोशिश की ,उनके कार्य रायबरेली जिले में एक अमिट छाप छोड़कर जा रहे है जो जिले का हर आम जनमानस याद रखेगा।
रिपोर्ट : अनुज मौर्य