रायबरेली। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए लाख प्रयास करे,लेकिन रायबरेली जिले के चिकित्सकों के ऊपर कोई फर्क पड़ने वाला नही है।आये दिन अस्पताल में कोई न कोई बवाल होता रहता है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से अस्पताल की व्यवस्था संभाले नही संभल रही है।
जब आज हमारे संवाददाता ने राणा बेनी माधव सिंह स्मारक जिला चिकित्सालय पहुँच कर तहकीकात की तो हकीकत उजागर हुई।जिला अस्पताल में मरीजों व तीमारदारों की लम्बी लम्बी लाइन लगी मिली और चिकित्सकों की कुर्सियों खाली मिली।मरीजों व तीमारदारों में भारी आक्रोश देखने को मिला।
सूबे के मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश है कि अस्पतालों में चिकित्सकों को समय से बैठना है और मरीजो के साथ अच्छा व्यवहार करना है,दवाएं भी बाहर की नही लिखी जाएगी।किन्तु उलट यह है कि 9:45 से 10:15 तक वाहय नेत्र विभाग,हड्डी विभाग सहित कई सर्जन व फिजिशियन अपने अपने कक्षों में नही मिले, मिले तो सिर्फ गर्मियों में लाइन लगाकर बैठे मरीज व तीमारदार।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा भी स्वास्थ्य सेवाओं को सुगम व सरल बनाने को प्रयासरत है,किन्तु कब तक,जब तक कि कड़ा माहौल रहता है।अगर इन सबकी बिना बताए तहकीकात की जाए तो पूरा राजफाश हो जाएगा।
वही इस पूरे मामले में सीएमएस से बात करी गई उन्होंने तो कहा कि मुझे इसके बारे में जानकारी नही है लेकिन मैं अपने स्तर से जाँच करवाता हूं और सभी डॉक्टरों को सख्त निर्देश जारी करवाता हूं कि सभी डॉक्टर अपनी ओपीडी के समय अपनी कमरों में मौजूद रहेंगे ताकि किसी मरीज को कोई दिक्कत न होने पाए।
अनुज मौर्य/पवन मौर्य रिपोर्ट