रायबरेली। कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित बचत भवन में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग हेतु नवनिर्मित मोबाइल आधारित रिपोर्टिंग एप ‘निरामय’ की समीक्षा की गई, जिनमें उत्कृष्ट कार्य करने वाले को पुरस्कृत भी किया गया।
उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी की पहल पर जनपद में एप आधारित रिपोर्टिंग की शुरूआत नयी दिशा के नाम से की गई है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं प्रशासनिक विभाग को शामिल किया गया है। स्वास्थ्य विभाग में आशा योजना के अन्तर्गत गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल, गर्भवती एवं बच्चों का पंजीकरण एवं टीकाकरण, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य जैसे कार्यक्रम शामिल है। इसी के अन्तर्गत ब्लाकवार समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने एप की विशेषताओं का विस्तार पूर्वक वर्णन किया। एप के माध्यम से वास्तविक डाटा संकलन, गर्भवती बच्चों का पंजीकरण एवं अन्य डाटा पर चर्चा हुई। निरामय एप की अन्य विशेषताओं पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक राकेश प्रताप सिंह द्वारा बताया गया कि इससे पेपरलेस कार्य को बढ़ावा दिया जायेगा, जो शासन की मंशा के अनुरूप है। वहीं बेहतर डाटा के परीक्षण व विश्लेषण के बारे में जिला कम्यूनिटी प्रोसेस प्रबन्धक द्वारा प्रकाश डाला गया। कम्यूनिटी इम्पावरमेन्ट लैब की तरफ से निदेशक राघव द्वारा ‘कंगारू मदर केयर’ के बारे में बताया गया और केएमसी में बेहतर कार्य करने हेतु महाराजगंज, डलमऊ एवं खीरों के अधीक्षक एवं टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुरोध पर इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी उपरोक्त एप की सराहना करते हुए व्यक्तिगत अस्पतालों में भी इसे लागू करने की बात कही। जिलाधिकारी द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधीक्षक जगतपुर डॉ. मनोज शुक्ला, अधीक्षक बछरांवा डॉ. अनिल कुमार जैसल, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डलमऊ ललित मिश्रा, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी राही एसके पाण्डेय, बीपीएम डीह, लालगंज, बीसीपीएम लालगंज, जगतपुर, बीएएम लालगंज, जतुआ टप्पा, स्टाफ नर्स, डॉ. अभय मिश्रा चिकित्साधिकारी, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम रोहनियां, एएनएम, आशा एवं आशा संगिनी को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. डी.के. सिंह, नोडल अधिकारी निरामय डॉ. रिजवान अहमद, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एम. नारायण आदि मौजूद रहे।