लखनऊ। -लोगो की अच्छी सेहत के लिए आदमी को अपने दांतों का खास ख्याल रखना पड़ता है।जिससे आदमी को मुँह के द्वारा होने वाली बीमारी से बचाया जा सके।और आदमी की अच्छी मुस्कान हमेशा बनी रहे।यह तभी होगा जब आप दातों की प्रॉपर केयर करेंगे वैसे लोग अपने शरीर के महत्वपूर्ण पार्ट दांतो की ठीक से देखभाल नही करते के सबसे महत्वपूर्ण पार्ट दांतो की केयर नहीं करते लोग डॉक्टर के पास तब पहुंचते हैं जब प्रॉब्लम बहुत ज्यादा बढ़ गई होती है।ऐसे में कभी कभी लोगो को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ।लखनऊ के जाने माने डॉक्टर सैयद हैदर मेहंदी (एमडीएस एंडोडोंटिस्ट) से दातों के बारे में जानकारी ली। डॉक्टर सैयद हैदर मेहंदी सरदार पटेल डेंटल कॉलेज लखनऊ में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और लखनऊ में इनका ट्विंकल डेंटल केयर के नाम से क्लीनिक भी है।मूल रूप से रायबरेली ज़िले के परशदेपुर के रहने वाले डॉ हैदर ने दांतो की बीमारी के बारे बताते हुए कहा कि अक्सर लोग दांतो की बीमारी को बहुत हल्के में ले लेते हैं और बहुत से भ्रम पाल लेते है। जिसके कारण कई बार लोग डेंटिस्ट के पास जाने से भी कतराते हैं। ये भ्रम दांतों और मसूड़ों के लिए दिक्कत पैदा करते हैं। जिससे आगे चलकर सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
डॉ साहब ने बताया कि लोगो मे एक भ्रम रहता है कि दांतो की हमेशा सुबह शाम 2 टाइम सफाई करनी चाहये और हमेशा सॉफ्ट ब्रश से और हल्के हाथों से ब्रश करने चाहये।
लेकिन सच ये है कि दांतों और आंख का अंदरुनी तौर पर कोई जुड़ाव नहीं होता। अक्सर लोगो में यह धारणा होती है कि दांत की सफाई कराने से दांत कमजोर हो जाते हैं।लेकिन ऐसा कुछ नही है । दांतों को हड्डी से मजबूती मिलती है। ठीक से ब्रश न करने पर दांतों पर परत जमने लगती है, जिसे प्लाक कहते हैं। धीरे-धीरे यह कठोर (केलक्यूलस) हो जाती है। इसलिए दांतों की सफाई (स्कैलिंग) के दौरान इसके हटने से गंदगी साफ होती है इसलिए व्यक्ति को दांत कमजोर लगते हैं।
अगर आपके दांतों में दिक्कत है जैसे ब्रश करते वक़्त खून आना,मुँह से बदबू आना, ठंडा गरम पानी आना,या इस तरह की कोई भी परेशानी हो तो विशेषज्ञ से संपर्क जरूर करें वर्ना परेशानी बढ़ सकती है।आज के ज़माने में तकनीक की मदद से अब दांतों के इलाज में दर्द न के बराबर होता है।डॉ हैदर ने अपना मोबाइल नं (7071218786)भी दिया और बताया कि किसी को कोई तकलीफ हो तो 10 बजे से शाम 6 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।
शम्शी रिजवी रिपोर्ट