सलोन,रायबरेली।साइकिल स्टैंड नीलामी प्रक्रिया में अधिसूचना का हवाला देकर तहसीलदार ने पहुंचे ठेकेदारों को भगाया।जबकि अधिसूचना जारी होने के दौरान ही तहसीलदार सलोन ने समाचार पत्र के माध्यम से विज्ञापन जारी कर 8 अप्रैल को तहसील सभागर में साइकिल स्टैंड की नीलामी की प्रक्रिया रखी गई थी।वही गुरुवार को लगभग एक दर्जन से अधिक ठेकेदार नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने पहुंचे तो तहसीलदार अजय कुमार ने अधिसूचना, पंचायत चुनाव व गंगा एक्सप्रेसवे का हवाला देकर स्टैंड की नीलामी प्रक्रिया रदद् कर दी।नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने पहुंचे ठेकेदारों की माने तो तहसीलदार ने गुप्त रूप से अधिसूचना खत्म होने तक अपने चहेते व्यक्ति को दे दी।नीलामी प्रक्रिया में पहुंचे ठेकेदार माता प्रसाद सेवक, दिनेश कुमार, प्रदीप कुमार, आशीष कुमार व गिरजेश ने बताया कि नीलामी प्रक्रिया रदद् करनी थी तो तहसीलदार को 24 घण्टे पूर्व नोटिस चस्पा करना चाहिये था।तहसीलदार व नायब तहसीलदार की कार्यशैली को लेकर स्थानीय लोगो व ठेकेदारों में आक्रोश व्याप्त है।विदित हो कि तहसीलदार अजय कुमार ने एक हिंदी दैनिक अखबार में 25 मार्च को एक सूचना जारी कर साइकिल स्टैंड नीलामी की तिथि आठ अप्रैल घोषित की गई थी।गुरुवार को लगभग एक दर्जन ठेकेदार तय समय के अनुसार अपने अपने कागजात के साथ तहसील सभागार पहुँच गए।लेकिन घण्टो तक तहसीलदार अजय कुमार गुप्ता का कोई अता पता नही था।करीब ढाई बजे अपने चैंबर में पहुँचे तहसीलदार अजय गुप्ता और नायब तहसीलदार तरुण सिंह ने यह कहकर स्टैंड नीलामी प्रक्रिया रद्द कर दी।उन्होंने पँचायत चुनाव और अधिसूचना का हवाला देकर नीलामी प्रक्रिया रदद् करने की बात कही।उन्होंने कहा कि पँचायत चुनाव समाप्त होने के बाद एक दो दिन के अंदर पुनः स्टैंड नीलामी की सूचना दी जाएगी।लेकिन शाम होते ही जानकारी मिली कि तहसीलदार ने नीलामी प्रक्रिया पूर्ण होने तक अपने एक चहेते को साइकिल स्टैंड ठेका
सुपुद्र कर दिया।वही अन्य ठेकेदारों में इसको लेकर तहसीलदार के प्रति आक्रोश व्याप्त है।इस सम्बद्ध में तहसीलदार अजय कुमार का कहना है कि उनकी व्यवस्था है कि किसे टेंडर दे या न दे।तहसील की जिम्मेदारी मेरी है।जबकि नायब तहसीलदार ने बताया कि साइकिल स्टैंड की नीलामी कैसे होगी यह तहसील प्रशासन का काम है।
प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट