प्रेरकों ने ज्योतिरादित्य व सुष्मिता डे का जताया आभार

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रायबरेली। राष्ट्रीय साक्षरता कर्मी महासंघ के बैनर तले प्रेरकों का आंदोलन अनवरत जारी है। विकास भवन में धरना प्रदर्शन के माध्यम से लगातार छठवें दिन प्रेरकों ने उन के हक में सरकार और सरकारी तंत्र के माध्यम से फैली दुव्र्यवस्था का मुदï्दा उठाया। साथ ही स्थानीय सांसद श्रीमती सोनिया गांधी से आग्रह किया कि वह साढ़े पांच लाख शिक्षा प्रेरकों के मामले को लेकर सरकार की घेराबंदी करें और उनका रोजगार बहाल कराएं।
जिलाध्यक्ष अर्चना सिंह ने सबसे पहले सोमवार को लोकसभा में प्रेरकों की समस्या पर सरकार से जवाब तलब करने के लिए कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं सुष्मिता डे का हार्दिक आभार जताया। उन्होंने कहा कि उक्त सांसदों ने अपने पदों की गरिमा के अनुरूप दायित्वों का निर्वाह किया है। यह बात सोशल मीडिया और समाचार पत्रों के माध्यम से देश भर के प्रेरकों में चर्चित हो रही है। ऐसे में हम लोग पूरी तन्मयता और ईमानदारी के साथ हमारी लड़ाई को धार दे रहे सांसदों को सहयोग देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। ठीक इसी के विपरीत भाजपा सरकार जिस तरह प्रेरकों के भविष्य का मखौल उड़ा रही है उसका परिणाम भी उन्हें 2019 के आम चुनाव में निश्चित तौर पर मिलेगा। जिला महामंत्री पवन यादव ने बताया कि इस वक्त पूरे देश का प्रेरक प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री के ट्विटर हैंडल और नमो ऐप पर लगातार प्रेरकों की बदहाली से अवगत करा रहा है। कहने का तात्पर्य यह है कि सरकार अब हमारी पीड़ा से अनभिज्ञ नहीं है और खुद प्रधानमंत्री को स्वयं इस बात की जानकारी है कि उनके अधीन सरकार में बैठे मंत्री और विभागीय अफसर किस तरह लाखों परिवार के भरण-पोषण को बाधित करने पर आमादा है। उसके बाद भी मामले में किसी तरह की कोई कार्यवाही ना होना अपने आप में शासन को तानाशाही व्यवस्था में ले जाने की दिशा में जारी प्रयास को दर्शा रहा है। संचालन जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष पारस नाथ मिश्रा ने किया। इस अवसर पर मुख्य रुप से स्नेह लता, मिथिलेश तिवारी, किरण मिश्रा, राम लखन मौर्य, सीमा तिवारी, सुनीता देवी, सविता मिश्रा, रमा सिंह, अवधेश कुमार आदि उपस्थित रहे।

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