बच्ची के साथ बलात्कार के बाद हत्या का लगा आरोप, कलेक्ट्रेट में हुआ जमकर विरोध प्रदर्षन
रायबरेली। भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं ने नसीराबाद थाना क्षेत्र में मिले दलित बच्ची के शव के प्रकरण को बलात्कार के बाद हत्या का मामला बताते हुए कलेक्ट्रेट में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माक्र्सवादी लेनिनवादी के कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन और केंद्र व यूपी सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की तथा मार्च निकालकर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष काफी देर तक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद उन्होंने मांगों से संबंधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को भेजा। इस तरह एक बार फिर से नसीराबाद का यह प्रकरण गर्मा गया है। कलेक्ट्रेट में डीएम कार्यालय के समक्ष हुई सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के नेता व इंसाफ मंच के अध्यक्ष कामरेड विजय विद्रोही एडवोकेट ने कहा महिलाओं खासकर बच्चियों और दलितों की सुरक्षा में प्रदेश की योगी सरकार अब तक की सबसे असफल सरकार साबित हुई है। बांगरमऊ के बलात्कार के आरोपी विधायक को जिस तरह आज तक भाजपा से निकाला नहीं गया इससे समझा जा सकता है कि इस मामले में योगी सरकार की मंषा क्या है? इसलिए भाजपा की सरकार से उम्मीद करना भ्रम पालना है। उन्होंने कहा कि रायबरेली में लालगंज से लेकर नसीराबाद में बच्चियों की हत्या के साथ बलात्कार के मामले हैं लेकिन पुलिस अपराधियों को अब तक नहीं पकड़ पाई है। उन्होंने कहा कि जनांदोलन के बाद लालगंज में बच्ची के साथ दुव्र्यवहार करने का जो आरोपी पकड़ा गया वह पुलिस की लचर पैरवी के चलते दो महीने में ही जेल से बाहर आ गया। ग्राम सभा पूरे राय के ग्राम प्रधान राम समुझ पांडे ने कहा कि पूरा क्षेत्र बच्ची के साथ घटित घटना से आक्रोशित है। नसीराबाद पुलिस और उच्चाधिकारियों शिकायत के बाद भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है। भारी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने प्रकरण में तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि दोषी किसी कीमत पर नहीं बचना चाहिए। सभा में माकपा जिला प्रभारी अफरोज आलम, किसान महासभा के नेता एडवोकेट सुरेश शर्मा, खेत मजदूर सभा संयोजक महारथी, टेंपो यूनियन अध्यक्ष मुस्ताक, छतोह ब्लाक के माले नेता अमरनाथ, रशीद अहमद, हरचंदपुर के अशोक सिंह, उमाशंकर, सुरजीत कुमार, टीपू सुल्तान, अहमद सिद्दीकी, इंसाफ मंच के शकील, किसान नेता रविशंकर, सीताराम, मोहन सिंह सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। ज्ञापन के मामले में मांग की गई कि नसीराबाद थाना क्षेत्र में बच्ची की हत्या व बलात्कार की मजिस्ट्रेटी या सीबीसीआईडी से जांच कराई जाए। मृतक बालिका के कपड़ों व अंतर्वस्त्रों की जांच फाॅरेंसिक लैब से कराई जाए। इसके अलावा आरोपियों को गिरफ्तार करने, बढ़ रहे अपराध रोकने तथा दलित बच्चियों के साथ हो रहे दुष्कर्म के मामलों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई।