रायबरेली। उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के एक प्रतिनिधि मण्डल ने प्रान्तीय उपाध्यक्ष बसन्त सिंह बग्गा की अगुवाई में विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियन्ता के कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान व्यापार मण्डल के नेताओं ने विभाग के विरोध में जमकर नारेबाजी की। लगभग एक घंटे के घेराव के बाद अधीक्षण अभियन्ता ने ज्ञापन प्राप्त किया।
ज्ञापन में लिखा गया है कि सूची ग्राम सभा के अन्तर्गत वाणिज्यिक कनेक्शन के नाम पर व्यापारियों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। घरेलू, कनेक्शन है, परन्तु सडक़ पर गांव होने के कारण छोटे-छोटे दुकानदारों ने अपनी आजीविका चलाने हेतु चाय, पान, पुडिय़ा आदि की दुकानें खोल रखी हैं। विद्युत विभाग बिना किसी प्रचार-प्रसार के छोटे-छोटे दुकानदार जो जीविका चलाने के लिए घरों में ही दुकान खोलकर अपना व परिवार का पेट पालते हैं, उनको कामर्शियल मानते हुए असेसमेन्ट बिल की नोटिस तामील कर दी है। यहां तक कि किसी का एक किलो वाट का सीलिंग सर्टीफिकेट है तो उसे प्रताडि़त करने के उद्देश्य से दो किलोवोट का मानकर बिल व नोटिस भेजी गयी। विभाग की इस दमनात्मक कार्यशैली से व्यापारी समाज में रोष है। प्रान्तीय संगठन मंत्री मुकेश रस्तोगी ने कहा कि यदि विभाग द्वारा व्यापारियों को तामील की गयी। नोटिस वापस नहीं ली गयी तो व्यापार मण्डल सडक़ों पर उतरकर संघर्ष करने को मजबूर होगा। नगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने कहा कि बिजली विभाग जनता के सब्र का इम्तिहान मत ले, रोजना विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी खामियों की वजह से जिस प्रकार बिजली गुल हो रही है, उससे जनमानस के साथ व्यापारियों का व्यापार भी प्रभावित होता है, विभाग इसकी तरफ ध्यान न देकर व्यापारियों का उत्पीडऩ करने में मस्त हैं। अधीक्षण अभियन्ता ने प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए अविलम्ब निराकरण करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर अभिलाष कौशल, विजय सोनकर, पवन अग्रहरि, सत्यांशु दुबे, विवेक शुक्ला, धर्मेन्द्र मौर्या, सर्वेश नारायण सिंह, अश्वनी श्रीवास्तव, अनुज त्रिवेदी, जितेन्द्र मौर्या, संजय पासी, दिलीप सिंह, शाकिब कुरैशी, अश्वनी श्रीवास्तव, मधुर शर्मा, प्रदीप पटेल, रिंकू जायसवाल, धर्मेन्द्र यादव, आकाश मौर्या, जितेन्द्र शर्मा, बन्नाराम अठवानी, राहुल मौर्या, कुनाल सचदेवा आदि लोग उपस्थित रहे।