रीडिंग पीछे कर मंहगे दाम पर बेचा वाहन,नोटिस जारी
रायबरेली। सावधान! अगर आप महिन्द्रा फर्स्ट च्वॉइस से सैकेंड हैंड वाहन खरीदने की सोंच रहे हैं तो होशियार हो जाईये,क्योंकि यहाँ पर लगभग डेढ़ लाख किलोमीटर तक चल चुके वाहनों के भी अच्छे दाम वसूलने के लिये वाहनों की रीडिंग पीछे करवाने का गोरखधंधा धड़ल्ले से फल-फूल रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक डिडौली स्थित महिंद्रा फर्स्ट च्वॉइस में पुराने वाहनों की अच्छी कीमत वसूलने के लिये वाहनों की रीडिंग को कई गुना कम (मीटर बैक)करवा कर ग्राहको से धोखाधड़ी करने का गोरखधण्धा धड़ल्ले से फल-फूल रहा है|बताते चलें कि एक तरफ महिन्द्रा फर्स्ट च्वॉइस ग्राहकों को विश्वासनीयता का आश्वासन देने से पीछे नही हटती है,सेकेंड हैंड वाहनों के ब्यवसाय में अपने ग्राहकों को ईमानदारी से उचित कीमत में अच्छे वाहन बेचनें का दम भरती है,परन्तु रायबरेली में स्थित महिन्द्रा फर्स्ट च्वॉइस की धोखेबाजी ग्राहकों को आहत कर रही है|एक ऐसा ही मामला अभी हाल ही में प्रकाश में आया है,जिसमें फर्स्ट च्वॉइस से वाहन खरीदने के बाद जब ग्राहक को पता चला कि जिस वाहन की रीडिंग महिन्द्रा फर्स्ट च्वॉइस ने लगभग पचास हजार किमी बताया था असल में वह वाहन लगभग डेढ़ लाख किमी चला हुआ था,महिन्द्रा फर्स्ट च्वॉइस की धोखाधड़ी से आहत ग्राहक ने कोर्ट के जरिये नोटिस भेजा है|ग्राहक का कहना है कि उसने दिनाँक 15 जनवरी 2019 को महिन्द्रा फर्स्ट च्वॉइस से एक स्विफ्ट डिजायर मॉडल 2015 को पाँच लाख रुपये में खरीदा था,जिसमें वाहन दिखाते समय फर्स्ट च्वॉइस मैनेजर ने ग्राहक को बताया था कि यह वाहन लगभग 55,000 किमी मात्र चला हुआ है,लेकिन लगभग 20 दिन बाद जब ग्राहक उक्त वाहन की सर्विसिंग कराने मारुति केटीएल पहुँचा तो उसे ज्ञात हुआ कि उक्त वाहन लगभग 1’45’000 किमी चला हुआ है,वाहन के मीटर की रीडिंग को पीछे किया गया था। ग्राहक ने बताया कि अगर उसके साथ न्याय न हुआ तो महिन्द्रा फर्स्ट च्वॉइस प्रबंधन के ऊपर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया जायेगा,साथ ही उपभोक्ता फोरम में भी मामले को ले जाया जायेगा। फिलहाल अब उपभोक्ता के साथ इंसाफ कब होता है यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।
अनुज मौर्य रिपोर्ट