लापरवाहों सावधान! आ गई हैं नई कलक्टर

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चार्ज लेती डीएम नेहा शर्मा

रायबरेली। अब जिले में प्रशासनिक कार्यों में सफेदपोशों की राजनैतिक दखलन्दाजी नहीं चलेगी। दोयम दर्जे के अधिकारियों, कर्मचारियों की कामचोरी और आरामतलबी बड़ा गुनाह माना जायेगा। प्रशासनिक आदेशों की नफरमानी महंगी पड़ेगी। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के संचालन में थोड़ी भी हड़बड़ी जिम्मेदार कर्मचारी का बोरिया-बिस्तर बंधवा सकती है, क्योंकि निजाम बदल गया है। जी हां, शासन ने यहां तैनात रहे जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री को हटा दिया है और फिरोजाबाद की डीएम रह चुकी 2010 बैच की आईएएस अधिकारी नेहा शर्मा को रायबरेली की जिम्मेदारी सौंपी है। अपनी आमद के पहले ही दिन डीएम ने अधीनस्थों को अपने काम करने के तरीकों का अहसास कराया है। नई डीएम ने सच्चाई, ईमानदारी और नैतिकता को सफलताओं का संबल बताया। नेहा शर्मा ने अधीनस्थों को सलाह दी कि वे शासन और समाज की अपेक्षाओं के अनुरूप काम करने की आदत बना लें इससे समस्यायें स्वतरू समाप्त हो जायेंगी। नवागत डीएम के तल्ख तेवर क्या रायबरेली के प्रशासनिक अमले को कोई नया जामा पहना पायेंगे यह तो वक्त बतायेगा, लेकिन लिफाफे को देखकर खत का मजमून समझ लेने वाले जानकारों का कहना है कि एक लोकसेवक के रूप में नेहा शर्मा की सेवायें उल्लेखनीय साबित होंगी। डीएम ने मीडिया से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 को निष्पक्ष, निर्भीक, भय रहित शान्तिपूर्ण तरीके से सकुशल सम्पन्न कराने के साथ ही अधिक से अधिक मतदान कराना शीर्ष प्राथमिकता में है। डीएम ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही की भी बात कही। डीएम की बातों से लगा वे जिले में अपनी कार्यशैली बड़े बदलाव केलिए तैयार हैं। इस अवसर पर एसपी सुनील कुमार सिंह, एडीएम एफआर और प्रशासन, एसडीएम सदर शशांक त्रिपाठी, एडी सूचना प्रमोद कुमार, मुख्य कोषाधिकारी जितेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।

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