रायबरेली। आईजी सुजीत पाण्डेय ने कहा कि आधी आबादी की सुरक्षा का जिम्मा पुलिस पर है और इसे प्रभावी बनाने के लिए ठोस कदम उठाये जाने चाहिए। जनपद में संचालित ऑटो, टैम्पो, टैक्सी या अन्य वाहन जिनसे महिलाएं ज्यादातर सफर करती हैं। उन पर मोटे अक्षरों में नम्बरिंग होनी चाहिए। आईजी ने बताया कि वाहन का नम्बर याद रखने में परेशानी होती है लेकिन सरल तरीके से डाले गये मोटे नम्बरों को आसानी से याद किया जा सकता है। ऑटो में पड़े नम्बर भी फर्जी होते हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ में कराये जा रहे सर्वे में यह बात सामने आई है। महिला या युवती जिस ऑटो में बैठी जरूरत पडऩे पर हम उसे नम्बर से टै्रस कर सकते हैं और सबसे आसान तरीका शहर के सीसीटीवी फुटेज से हम पता कर सकते हैं कि उस नम्बर का ऑटो कब, कहां से, कितने समय गुजरा। आईजी ने यह भी कहा कि सर्दियों में शाम को छह बजे और गर्मियों में शाम को सात बजे के बाद अगर किसी ऑटो में कोई महिला या लडक़ी बैठती है तो उसकी अंदर वाली लाइट ऑन होनी चाहिए। उन्होंने यातायात प्रभारी को यह सख्ती से सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये तथा कहा इसे मिशन के तौर पर लिया जाये।