डीएम साहब इस किसान का हो रहा है शोषण
रायबरेली
जहां उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ किसानों कि किसी भी समस्या को गम्भीरता सुनने को अधिकारियों से कह चुके है, इस क्रम में जिलाधिकारियों को विशेष निर्देश भी दिया गया है कि उत्तर प्रदेश के किसी भी किसान को कभी दिन या रात किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए और यदि परेशानी हुई तो उसे प्राथमिकता से निवारण किया जाए। पर किसानों के उत्पीड़न का मामला कम नहीं हो रहा है। रायबरेली जनपद में यशस्वी मुख्यमंत्री को मनोज कुमार मिश्र पुत्र गोकरन प्रसाद निवासी ग्राम बल्ला बरौला, विकासखंड सतांव परगना तहसील सदर ने शिकायती पत्र लिखकर अवगत कराया है कि वह अपना गेहूं दिनांक 26 मई 2021 को साधन सहकारी समिति मलिकमऊ चौबारा, सताँव अपने पंजीकरण पर तौल कराने के लिए गए थे। उन्होंने बताया है कि वह 65 वर्ष के किसान हैं। प्रतिदिन केंद्र के चक्कर नहीं काट सकते। परंतु वह अपनी फसल का उचित मूल्य पाने के लिए विवश और परेशान हैं। सचिव हरिमोहन सिंह द्वारा अगले दिन तौल हेतु 5000 रुपए की धनराशि और पंजीकरण प्रपत्र मांगने पर दे दिया। जिसके उपरांत भी वृद्ध का गेहूं 03/06/2021 तक नहीं तौला गया। जबकि क्रय केंद्र पर तैनात सचिव द्वारा कमीशन पर प्रतिदिन व रात में भी तौल किया जाता है। श्री मिश्र ने बताया कि बार-बार पूछने पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है।साथ ही गेहूं वापस ले जाने की धमकी दी जाती है। वृद्ध को प्रतिदिन केंद्र बुलाकर मानसिक प्रताड़ना का शिकार किया जा रहा है। उन्होंने सूबे के मुखिया को पत्र के माध्यम से अपनी समस्या रखते हुए कहा कि वृद्ध हूं इस वृद्धावस्था में अपने परिवार का भरण पोषण कर सकूं इसके लिए अपना ही धन प्राप्ति करने के लिए चक्कर कटवाए जा रहे हैं। अब तो एक बात तय है कि साधन सहकारी समितियों में घोर अंधेरा मची है जहां किसानों का शोषण किया जाता है और मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जाता है। क्योंकि यह रायबरेली जनपद का कोई एक मामला नहीं है आए दिन किसानों की समस्यायें और शिकायतें सुनने को मिलती है।
अनुज मौर्य/मनीष श्रीवास्तव रिपोर्ट