स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का गम्भीरता से निदान करें: डीएम

100

रायबरेली। डीएम संजय कुमार खत्री ने सीएमओ सहित स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे जनपद के सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को गम्भीरता से लें और उसका निदान करें। मरीजों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। अस्पतालों में सरकार द्वारा दी गई दवाओं को चिकित्सक लिखें किसी भी मरीज को बाहर की दवा न लिखे अन्यथा कार्यवाही की जायेगी। अस्पतालों में जीवन रक्षक दवायें की उपलब्धता को बनाये रखें।
सभी चिकित्सक व समुचित चिकित्सीय स्टाफ समय से अस्पताल आकर अपनी ड्यूटी का निर्वहन भली-भांति करें। सरकार द्वारा स्वास्थ्य से सम्बन्धी महत्वपूर्ण व कल्याणकारी योजनाओं को जानकारी आम मरीजों को देकर उसको लाभान्वित करें। उन्होंने ने कहा कि नई दिशा सम्बन्धी एप को भली-भांति एएनएम, आशा को बताया जाये इसके अलावा जो आशाए व एएनएम उनको सम्मानित भी किया जाये। उन्होंने ने कहा मास्टर टेªनर को नियुक्त कर एएनएम और आशाओं को बेहतर प्रशिक्षण दें। ब्लाक प्रमुख मैनेजर, बीपीसीएम को मास्टर टेªनर बनाकर ट्रेनिंग का कार्य ब्लाक स्तर पर बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था करें। डीएम ने यह भी बताया कि जेएसवाई टीकाकरण आदि स्वास्थ्य आदि सरकार की स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी तरीके से किया जाये। इसमें यदि कोई कमी हो तो उसको दुरूस्त कर लें। उन्होंने कहा कि रोटा वायरस वह विषाणु है, जिसकी वजह से आंतों का इंफेक्शन हो जाता है। इन्फेकशन आंत की अंदरूनी परत को नुकसान पहुंचाता है और इस इस वजह से शरीर में कोई पोषक तत्व अवशोषित नहीं हो पाता है। रोटा वायरस टीका एक अनिवार्य टीका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन रोटा वायरस से बचाव और इसके नियंत्रण के लिए रोटा वायरस टीके को एक मात्र उपाय मानता है। रोटा वायरस वैक्सीन से अधिकांश शिशुओं को रोटा वायरस इन्फेकशन बिल्कुल नहीं होता है और यह सभी गंभीर रोटा वायरस से सुरक्षित रखता है। एसीएमओ डा. रिजवान, वन्दना त्रिपाठी, डा. सीएल पटेल, आदि मौजूद रहे।

Previous articleकैडिटों में अनुशासन पैदा करते हैं कैम्प: कर्नल
Next articleमीना मंच गठन एवं कौशल विकास को करें प्रभावी: बीईओ