रायबरेली। पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह और सीएमओ द्वारा डमी बच्चा लेकर अपने सीने से लगाकर कंगारू मदर केयर लाउन्ज के विस्तार से बताया गया। एसपी सुजाता सिंह ने कहा कि समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों में संक्रमण, पीलिया, लर्निंग डिसऑर्डर (यानि सीखने में देरी) और सेरिब्रल पॉल्सी (एक रोग जिसमें दिमागी अक्षमता के कारण चलने-फिरने में दिक्कत होती है) जैसी बीमारियों की संभावनाएं काफी प्रबल होती हैं। ऐसे बच्चों को नियंत्रित तापमान में रखने की जरूरत होती है। ऐसे में नवजात शिशु के लिए कंगारू मदर केयर संजीवनी है। कंगारू की तरह अपने बच्चे को अपनी स्किन से लगाकर रखने की वजह से ही इसे कंगारू केयर कहा जाता है। एसपी ने बताया कि इस विधि में समय से पहले हुए नवजात शिशु को प्रतिदिन कुछ घंटों तक मां आपने सीने से लगाकर रखती है। विशेषज्ञों का मानना है कि त्वचा के संपर्क से शिशु के विकास में सहायता मिलती है, बच्चे का वजन बढ़ता है और उसे सांस लेने में आसानी होती है। यह तकनीक उन इलाकों में बेहद कारगर साबित हुई है जहां इनक्यूबेटर (समय से पूर्व जन्मे शिशु को जिंदा रखने की मशीन) की सुविधा मौजूद नहीं होती। इस मौके पर अग्रिमा आरती, मरीशा विलियम्स आदि भी उपस्थित रहीं।