रायबरेली। ब्लाक हरचंदपुर के अजमतउल्लागंज गांव में आज चकबंदी अधिकारियों व किसानों की एक बैठक पंचायत भवन में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार संपन्न हुई। बैठक में किसानों ने चकबंदी न कराने का एक स्वर में निर्णय लिया और किसानों ने प्रस्ताव पर अपने अपने हस्ताक्षर कर अधिकारियों को यह बता दिया कि हमें किसी भी कीमत पर चकबंदी नहीं करवानी है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत अजमत उल्लागंज के किसानों व प्रधान श्रीमती ज्ञानती सिंह ने मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को एक पत्र देकर अनुरोध किया था कि गांव के किसान चकबंदी नहीं चाहते है। जिस पर मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी ने चकबंदी अधिकारी को निर्देशित किया था कि ग्राम पंचायत में एक खुली बैठक आयोजित की जाय। जिसमे किसानों का जो निर्णय होगा वहीं माना जायेगा। इस परिप्रेक्ष्य में गांव में मुनादी के माध्यम से किसानों को सूचना दी गई कि 31 अक्टूबर को गांव के पंचायत भवन में चकबंदी से संबंधित बैठक होगी। पूर्व निर्धारित सूचना के अनुसार अपनी टीम के साथ पहुचे कानूनगो चकबंदी शिव प्रताप दीक्षित ने प्रक्रिया शुरु करवाई और किसानों को बताया कि हमारे पास दो कागज हैं। एक चकबंदी करवाने और दूसरा न करवाने का है। किसान अपने मन से दतख्त कर सक अपना मतंव्य दे सकते हैं। जब हस्ताक्षर प्रक्रिया शुरु हुई तो चकबंदी करवाने वाले सिर्फ पांच लोग ही मिले। जबकि न करवाने वाले लोगों मे 161 लोगों ने हस्ताक्षर करके निर्णय कर दिया कि गांव में चकबंदी नहीं करवाई जाएगी। चकबंदी अधिकारियों के सामने ही चकबंदी न करवाये जाने का प्रस्ताव पारित हो गया। इस मौके पर किसान हीरालाल यादव, इन्द्र बहादुर सिंह, भंवर सिंह, राजकुमार सिंह, देवता, कृपा शंकर, अमरेंद्र सिंह, राजेश सिंह, गौरी सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।