अधिकारियों के अड़ियल रवैए के चलते पात्रों को नहीं मिल पा रहे हैं प्रधानमंत्री आवास

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ऊंचाहार (रायबरेली)। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि सभी गरीब परिवारों को छत मिले, अपना घर हो, इसी मिशन पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कार्य कर रही है । सभी को बिना भेदभाव के पात्रों को प्रधानमंत्री आवास दिया जा रहा है। मगर कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्रों की जगह अपात्रों को प्रधानमंत्री आवास किया जा रहा है और जो गरीब परिवार हैं, जिनके पास रहने के लिए घर नहीं है, उनको इस योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है क्योंकि वह भ्रष्ट अधिकारियों के जेब गर्म नहीं कर सकते। जी हां हम बात कर रहे हैं ऊँचाहार विकास खंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत सवैया हसन के ग्राम बड़ी बाग गांव की जहां के रहने वाले राम निहोर बहुत ही गरीब व्यक्ति है। इसके पास रहने के लिए छत नहीं है। दीवाल उठाकर उसके ऊपर टीन व त्रिपाल तान कर किसी तरह गुजर-बसर कर रहे हैं। राम निहोर ने बताया कि हमने प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन किया था, जिस पर जांच करने के लिए आए ग्राम पंचायत अधिकारी राम बहादुर यादव ने जांच में यह दिखा दिया कि राम निहोर का पूर्व से पक्का मकान बना है। ऐसी स्थिति में यह व्यक्ति आवास हेतु अपात्र है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत आवास का लाभ दिया जाना संभव नहीं है। जबकि तस्वीरें कुछ और बयां करती हैं। राम निहोर ने बताया कि आवास पाने की आस लगाए बैठे थे मगर ग्राम पंचायत अधिकारी ने झूठी रिपोर्ट लगा दी। जिससे आवास पाने की उम्मीदों पर पानी फिर गया इसीलिए मैं चाहता हूं कि इसकी दोबारा जांच हो तभी सच्चाई सामने आएगी। आगे राम निहोर ने बताया कि अगर वह ग्राम पंचायत सचिव को घूस के तौर पर कुछ रकम दे देते तो शायद हमें प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिल जाता । परंतु हमारे पास घूस देने के लिए पैसे नहीं थे इसीलिए हमें प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं दिया गया। बता दें कि ग्राम पंचायत अधिकारी राम बहादुर यादव के ऊपर तमाम आरोप लग चुके हैं कई लोगों ने इसके ऊपर पैसे लेने का आरोप लगाया यहां तक कि ऊँचाहार की खंड विकास अधिकारी भी राम बहादुर यादव के कृत्यों से परेशान हैं । कई बार चेतावनी दी गई मगर यह सभी चेतावनियों को दरकिनार करते हुए अपनी मनमानी करते हैं । कहते हैं 6 महीने हमारी नौकरी को बचे हैं जिसको जो करना हो कर ले हम किसी से डरने वाले नहीं हैं। अब देखने वाली बात यह है कि इस गरीब व्यक्ति पर अधिकारियों का दिल पसीजता है या नहीं या तो समय बताएगा । मगर अगर दोबारा राम निहोर के घर की जांच की जाए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा कौन झूठा है कौन सही है । यह सब पता चल जाएगा इसी तरह ग्राम पंचायत सवैया हसन के ही ग्राम फूलबाग की रहने वाली विधवा अनारकली को अभी तक प्रधानमंत्री आवास नहीं मिला है । जबकि ग्राम पंचायत सचिव द्वारा पूर्व में जांच भी की जा चुकी है और महिला ने डीएम से भी तहसील दिवस ऊँचाहार में शिकायत की थी, जिस पर खंड विकास अधिकारी ऊँचाहार ने मामले को संज्ञान में लिया था मगर अभी तक कोई भी जांच अधिकारी विधवा महिला के दरवाजे तक नहीं पहुंचा है। विधवा महिला बिना छत के रहने को मजबूर हैं।

अनुज मौर्य/ मनोज मौर्य रिपोर्ट

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