नेशनल डेस्क
कोरोना वायरस जो अभी तक काल का दूसरा एक अदृश्य रूप बना है मौत का , समूचा विश्व इस महामारी से ग्रसित हो रहा है, मौते भी हो रही हैं।वही भारत के डॉक्टर और मेडिकल पैरामेडिकल पुरुष-महिला सभी कर्मचारी- अधिकारी भी जी जान से जुटे हैं,इस जंग में जबकि भारत के अधिकतर मंदिरों में भी ताले लग गए हैं। सिर्फ सकारात्मक ऊर्जा,और तेज ही ईश्वर से प्राप्त हो पा रहा है। पिंडी दर्शन,छवि दर्शन साक्षात दर्शन नहीं हो पा रहे हैं।उन्हीं के दूत बनकर आर्मी ,पुलिस,डॉक्टर 24 घंटे सेवा प्रदान कर रहे हैं। बिना रुके हुए यह,एक सराहनीय कार्य है जब ईश्वर को हम देख नहीं पाते पर उनका आशीर्वाद भक्त के ऊपर सदैव बना रहता है यह अनुभूत हमारे हृदय में हुआ करती है। ईश्वर का रूप बनकर धरती के भगवान डॉक्टर के रूप में चिकित्सा के क्षेत्र में सेवा प्रदान कर रहे हैं ।जहां लोग घरों से नहीं निकल पा रहे हैं डर व सुरक्षा के लिए तो वही अपने परिवारों की फिक्र छोड़ कर आर्मी,पुलिस, डॉक्टर जनसेवा के लिए जुटे हुए हैं। वहीं पुलिस प्रशासन की भूमिका को भी कम नहीं आंका जा सकता इस दौर में जो दिन रात बिना रूकावटो के परिवार की चिंता को दरकिनार कर अपनी ड्यूटी में तत्पर हैं।उधर सराहना की जानी चाहिए जिलाधिकारी रायबरेली सुभ्रा सक्सेना की भी करी जानी चाहिए , उन्होंने इस मुश्किल दौर में प्रत्येक बिंदुओं को ध्यान मे रखते हुए सभी को अलर्ट मोड में रखा है।उसी का परिणाम है कि अभी तक जनपद से किसी अप्रिय सूचना की जानकारी नहीं मिली है। उधर पुलिस महकमे की बात की जाए तो पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगई ने भी कमर कस रखी है और अपनी पुलिस सेना को भी जनपद में एलर्ट कर रखा है। तो समझ लीजिए कोरोनावायरस की क्या औकात की वह जनपद में ग्रहण लगा सके। लेकिन आवश्यकता इस बात की है सभी एहतियाती तौर पर सावधानी बरतें और चिकित्सा विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करते रहे क्योंकि मौसम ने भी शुष्क रुख अख्तियार कर रखा है जनपद में बादलों और बूंदाबांदी की भी खबर है। उधर व्यापारी वर्ग ने भी सहयोग की अपील की है। प्रधानमंत्री जी द्वारा कल 22 मार्च को जनकर्फू की अपील को सभी ने हृदय से स्वीकारा है और सहयोग करने की बात कही हैं।
अनुज मौर्य /मनीष श्रीवास्तव रिपोर्ट