अपने से दो गुना उम्र की प्रेमिका से पीछा छुड़ाने में प्रेमी को करना पड़ा कत्ल

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रायबरेली। कहते हैं खुशबू, धुआं और इश्क छुपाए नहीं छुपता। जी हां इसी चर्चित इश्क ने न केवल कानून को एक हत्यारे की पहचान कराई बल्कि दो निर्दोष लोगों को जेल जाने से बचा लिया। गुरबख्शगंज पुलिस ने एक ऐसे हत्याकांड का खुलासा किया है। जिसमें एक प्रेमी ने अपने से दोगुनी उम्र की अपनी प्रेमिका की निर्मम हत्या करके उसके शव को फांसी के फंदे के सहारे लटका दिया था। अपराधी कुछ न कुछ सबूत छोड़ जाता है। इसमें भी ऐसा हुआ और हत्यारे की शर्ट का एक बटन महिला से हुई हाथापाई के दौरान टूटकर घटनास्थल पर गिर गया। जिसकी मदद से पुलिस ने असली हत्यारे को दबोच लिया। एसपी सुनील कुमार सिंह ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के किरण हाल में इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस की सूझबूझ से निर्दोष जेल जाने से बच गए। जानकारी के अनुसार बीते 31 दिसंबर को गुरबख्शगंज थाना क्षेत्र के पहाड़पुर निवासी बिट्टू पत्नी सुरेंद्र कुमार का शव फांसी के फंदे के सहारे लटकता हुआ मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके का मुआयना किया तो महिला के पैर जमीन पर टिके हुए थे। पुलिस को शक हो गया। फारेंसिक टीम ने बुलाकर पुलिस ने साक्ष्य जुटाए। घटनास्थल पर पुलिस को शर्ट का एक बटन भी मिला। मामला पूरी तरह संदिग्ध होने के कारण पुलिस ने जब बाहर रहने वाले मृतका के पति और ननिहाल में रहकर पढ़ने वाले मृतका के बेटे से पूछतांछ की तो घटना का सुराग मिल गया। मृतका के बेटे ने गांव के ही एक युवक का नाम लिया और बताया कि वह अक्सर घर आता जाता था। कक्षा 10 में पढ़ने वाले मृतका के बेटे ने पुलिस को यह भी बताया कि आने वाले इस युवक की हरकतें ठीक नहीं थी जिसको लेकर उसने अपनी मां से कई बार कहा लेकिन मां उल्टे उसकी पिटाई शुरू कर भला बुरा कहने लगती थी। पुलिस ने गांव में जब छानबीन शुरू की तो उस युवक और मतका के प्रेम प्रसंग के चर्चे सुनाई देने लगे। फिर क्या था युवक को पुलिस ने दबोचा और घटना की बाबत पूछतांछ की। यही नहीं पुलिस ने युवक का वह शर्ट भी बरामद किया। जिससे बटन टूटी हुई थी। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने स्वयं थाने पर जाकर अभियुक्त से पूछतांछ की। पूछतांछ के दौरान अभियुक्त ने न केवल अपराध स्वीकार किया बल्कि घटना का कारण भी बताया। पकड़े गए अभियुक्त अनूप शिवम यादव ने बताया कि महिला से उसका प्रेम-प्रसंग चल रहा था क्योंकि महिला के पति बाहर रहते हैं। इसलिए वह अक्सर महिला के घर आता जाता था। शिवम ने बताया कि उसने आर्मी में फार्म भरा था। नवंबर में उसकी शारीरिक दक्षता की परीक्षा होनी थी इसीलिए वह महिला से दूर रहने लगा था। शिवम ने बताया कि 28 दिसंबर को महिला से गांव के नल के पास मुलाकात हुई तो उसने बुलाया। मैं रात में उसके घर पहुंचा और उससे कहा कि मुझे कैरियर बनाना है। मैं रोज- रोज नहीं आ पाऊंगा। महिला ने इसका विरोध करते हुए कहा कि मैं तुम्हें मुकदमे में फंसा दूंगी। अन्नू उर्फ शिवम ने बताया कि वह इस बात को लेकर रात भर सो नहीं पाया और इसी वजह से हत्या की योजना बना डाली। उसने बताया कि इस सिलसिले में वह 30 दिसंबर की रात में भी महिला के घर गया था और विनती की मुझे छोड़ दो तो महिला ने कहा कि तुम मुझे छोड़ना चाहोगे भी तो मैं तुम्हें नहीं छोडूंगी। मैं तुम्हें बर्बाद कर दूंगी। उन्होंने बताया कि इसी डर के कारण उसने महिला का गला घोट कर उसे फांसी के सहारे लटका दिया। इसी दौरान छीना झपटी में शर्ट की बटन टूट कर गिर गई। इस पूरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि जब मोबाइल की काॅल डिटेल निकाली गई तो अभियुक्त और महिला के बीच प्रेम की बात की पुष्टि हो गई। उन्होंने कहा कि घटना में पाटीदार गोविंदा और राजेंद्र पुत्र विश्वनाथ को नामजद कराया गया था लेकिन पुलिस ने सही जांच करके असली हत्यारे को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि नामजद अभियुक्त पुलिस की हिरासत में हैं और उनसे पूछतांछ की जा रही है। उनका कोई दोष प्रकाष में नहीं आया तो उन्हें रिहा कर दिया जाएगा। एसपी ने पुलिस टीम की सराहना की और 5000 का पुरस्कार देने की घोषणा की। इस हत्याकांड के खुलासे में थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, उप निरीक्षक संतोष कुमार, कांस्टेबल कुलदीप मिश्रा, होमगार्ड संजय सिंह, रामकिशोर शर्मा, धनंजय सिंह का योगदान रहा।

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