रायबरेली। जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना व पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने अयोध्या फैसले के बाद व 6 दिसम्बर (शुक्रवार), संविधान शिल्पी बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर परिनिवाण दिवस के मद्देनजर पर जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए ड्यूटी पर लगाये गये अधिकारियो और शान्ति समिति के सदस्यों, समाज के बुद्धिजीवी वर्ग, समाज सेवियों, विभिन्न धर्मो के धर्म गुरूवों के साथ बचत भवन के सभागार में बैठक आयोजित की गई। बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने निर्देश दिये कि पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी आदि परसपर बेहतर सामन्जस्य बनाकर टीम भावना से कार्य कर प्रत्येक दशा में सभी धर्मो व सम्प्रदाय के लोगों से आपसी सौहार्द भाई चारा बनाये रखने की अपील के साथ ही अन्य कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि जिला एवं पुलिस प्रशासन शासन के निर्देशों के अनुरूप संवेदनशील स्थलों व अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर असामाजिक तत्वों को निरन्तर चिन्हित कर कार्यवाही करते रहे है। उन्होंने कहा कि युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाये। संवेदनशीलता के हिसाब से ही सुरक्षा खाका तैयार कर पुलिस, खुफिया तंत्र अलर्ट कर दिया गया है सोशल साइट्स पर किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी निगरानी की जा रही है। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी फैलाने का प्रयास करने वालों को कतई बक्शा नहीं जायेगा तथा कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि असामाजिक तत्वों यदि वे कही शान्ति व्यवस्था भंग करने का प्रयास करते या सरकारी कार्य में व्यवधान उत्पन्न करते हुए तो उसके विरूद्ध तत्काल कड़ी कार्यवाही करने के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में तैयार की गई अस्थाई जेलों को भी क्रियाशील रखा जाये।
जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में वर्तमान में धारा 144 भी प्रभावी है। इसके प्राविधानों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये। आमजन को बताया जाये कि पूर्व के भाति अपने-अपने क्षेत्रों में मिलजुल कर रहे और क्षेत्रों की कड़ी निगरानी करे तथा अफवाह फैलाये जाने वालों पर निगरानी करके उन्हें विरूद्ध प्रशासन को इत्तिला भी करते रहे। अफवाह फैलाये जाने वालों पर कानून अपना कार्य करेगा। अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण करे शान्ति व्यवस्था को बनाये रखें तथा नगर व गांव के प्रमुख मार्गो पर पुलिस फोर्स के साथ रूट मार्च निकाला जाये। शान्ति समिति की बैठक में यदि आयोजित न की गई हो तो उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में आयोजित कराकर उसमें सभी धर्मो सम्प्रदाओं के लोगों को बुलाकर उनसे परस्पर विचार विमर्श कर शान्ति व्यवस्था भाई चारा बनाये रखे। उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के प्रत्येक थानों में यदि शान्ति समिति की बैठक न की गई हो उन्हें तत्काल कर लें। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कोई परम्परा न उत्पन्न हो साथ ही जो परम्परागत कार्य होते रहे व कार्य होते रहेंगे। उनमें किसी भी प्रकार का किसी भी प्रकार का खलल व व्यवधान उत्पन्न होने दें। बजारों, चाय की दुकानों के बाहर, चौराहों, होटलों आदि स्थानों के बाहर किसी भी प्रकार की भीड़/खलिहरों न जमा होने पाये क्योकि जनपद में धारा 144 लागू है जिसका कड़ाई से अनुपालन भी सुनिश्चित किया जाये।
डीएम-एसपी ने अधिकारियों एवं पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिये कि क्षेत्र में अधिक से अधिक भ्रमणशील रहें। सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखे तथा गड़बड़ी फैलाने का प्रयास करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही तत्काल अमल में लायी जाये। उन्होंने सभी अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों से अपील की है कि वह ऐसा कोई कार्य किसी के बहकावें में आकर कतई न करें जिससे कि कानून का उल्लंघन हो। इस मौके पर एडीएम एफआर प्रेम प्रकाश उपाध्याय, अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानन्द राय, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ शरद कुमार वर्मा, नगर मजिस्ट्रेट युगराज सिंह, समस्त सीओ व थाना प्रभारी, बीएसए, पीएन सिंह, एआरटीओं राघवेन्द्र सिंह, एआरटीओं प्रशासन संदीप जयासवाल, एडी सूचना प्रमोद कुमार आदि जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
अनुज मौर्य रिपोर्ट