जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह का हुआ सम्मान
खीरों (रायबरेली)। बुजुर्गों के सम्मान कर गौरव व आनंद की अनुभूति होती है। बुजुर्ग हमारे जीवन के दीया और बाती की तरह हैं। बुजुर्गों का सम्मान का कोई भी मौका किसी को नहीं छोडऩा चाहिए। बुजुर्ग हमारे जीवन की साथ-साथ परछाई बनकर चलते हैं। बुजुर्गों के बिना घर भी सूना-सूना महसूस होता है।
उक्त विचार जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू लोहिया ने एक सम्मान समारोह में व्यक्त किए। साधन सहकारी समिति अजीतपुर के एकौनी में समिति के अध्यक्ष शीतला शरण सिंह एवं पूर्व प्रधान हर्ष बहादुर सिंह उर्फ हर्षू सिंह द्वारा कार्यक्र का आयोजन किया गया। पप्पू लोहिया ने एक सैकड़ा सेवानिवृत्त बुजुर्गों को माल्यार्पण एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने सहकारिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पहले कभी रायबरेली की बैंक किसी की जेबी बैंक हुआ करती थी। किसी ठेकेदार की बैंक हुआ करती थी, लेकिन अब बैंक आपके अपने बीच के अपने लोगों के बैंक है। उन्होंने कहा कि बैंकों की दिशा काफी बदली हुई है जिसे काफी हद तक सुधार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आप लोगों को अध्यक्ष के पास जाने तथा ढूंढने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि मेरी तरफ से बैंकों के कर्मचारियों को साफ कह दिया गया है कि मेरा नंबर बैंक में अंकित किया जाए जिससे कि किसी को भी अपनी बात कहने में कोई समस्या ना हो। रायबरेली के बैंक कंप्यूटर व सीसीटीवी कैमरों से लैस होकर राष्ट्रीयकृत बैंकों की तरह काम करेंगे। किसानों को मिलने वाली खाद की कालाबाजारी अब नहीं सुनने को मिलेगी। कार्यक्रम को भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पशुपति शंकर बाजपेई, डायरेक्टर फतेह बहादुर सिंह ने भी संबोधित किया। इस दौरान आल्हा गायन भी हुआ, जिसमें प्रख्यात गायक कलदार सिंह द्वारा जबरदस्त आल्हा प्रस्तुत किया। एकौनी के उदय बहादुर सिंह द्वारा स्वागत गीत भी गाया। पूरे कार्यक्रम को एक धागे में पिरोने का काम किया। संचालन रामस्वरूप मिश्रा ने किया। इस मौके पर श्रीनारायण शुक्ला तकाबी बाबू, राम कुमार मिश्रा, केके शुक्ला, दिलीप गुप्ता, गांधी संहाय, संतोष पासी, रामसुख सिंह, शिवकुमार शुक्ला, भानु प्रताप सिंह, शशि कुमार, राकेश सिंह, लक्ष्मी शंकर तिवारी सहित क्षेत्र के हजारों लोग मौजूद रहे।