रायबरेली। दारूल उलूम गुलशने मदीना के जेरे इन्तेजाम बरोज दोस बा ग्यारह रोजाप्रोग्राम का दूसरा प्रोग्राम सैय्यद नगर में सूफी साजिद अली हबीबी की सहादत औरकारी मेराज अहमद की कायदत में मुनक्किद हुआ। कारी उसमान ने तिलावत कुरान पाक सेजश्न का आगाज किया। अंजाम हाफिज मो. मोबीन ने अंजाम दिया। अली अहमद, हाफिर मो. इलियस कारी,समीर व अरशद हबीबी मदरसादारूल उलूम गुलशने मदीना ने नातो मनकबत पेश किया। मुफ्ती अबु तालिब किबला मिसबाहीने कुरानों हादिस की रोशनी में, भलाई का प्रचार करो और बुरी बातों से लोगों को मना करों का खुलासा बयान करतेहुये फराया की आज जो आलमे इंसानियत में भाईचारा और आपसी मेल मिलाप नजर आ रहा है वोअवलिहा अल्लाह की तालिमों तरबियत और तबलिगे दनी की अनतक कोशिशों का नतीजा है।मौलाना ने कहा कि अवलिया ए-कराम के आसतानेां से नफश की सफाई और दिल का सुकून दियाजाता है। अवलिया-कराम के अस्ताने हर एक के लिये खुले हुये हैं जो इंसान अपने दिलकी सफाई और दिल की पाकिजगी चाहता है वो खनकाहो का रूख करें। मौलाना आमिर रजा नेआये हुये मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। इस मौके पर हाफिज मो. इसराईल अमजदी,मौलाना कासिम, बाबा हारून, मौलाना इज़हार, मास्टर तमिजुद्दीन,मास्टर इफ्तिखार, वसीम एडवोकेट, शकील अहमद, इरफान भाई अपना ग्लासहाउस व सैकड़ों लोग मौजूद रहे। बाद सलातो सलाम सूफी साजिद, अली हबीबी की दुआ पर जलसा खत्म हुआ।